बॉलीवुड में बोल्डनेस की परिभाषा से परिचय कराने वाली अभिनेत्री जीनत अमान का आज 64वां जन्मदिन है। उनका जन्म 19 नवंबर 1951 को जर्मनी में हुआ। 18 साल होने तक जीनत का पालन पोषण जर्मनी में ही हुआ। इसके बाद उनकी मां उन्हें मुंबई लेकर आ गईं। जीनत के सिर से महज 13 साल की उम्र में उनके पिता अमान उल्लाह का साया उठ गया था, जिन्होंने बॉलीवुड मूवी मुगल-ए-आजम और पाकीजा जैसी सुपरहिट में बतौर लेखक के रूप में काम किया है। -
मुंबई आने के बाद जीनत ने सेंट जेवियर कॉलेज से बैचलर्स की डिग्री पूरी की और आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका के मशहूर कॉलेज कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी चली गईं। जीनत ने अपने करियर की शुरुआत मशहूर मैगजीन 'फेमिना' से बतौर जर्नलिस्ट की लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। लिहाजा उन्होंने जर्नलिज्म से हटकर मॉडलिंग के फील्ड में खुद को आजमाया।
1970 में मिस इंडिया पैसिफिक रह चुकी हैं जीनत- इसके बाद जीनत अमान ने मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया जिसमें वह दूसरी उप-विजेता रहीं और बाद में उन्होंने मिस इंडिया पैसिफिक का खिताब जीता। जीनत अमान ने अपने सिने करियर की शुरुआत साल 1971 में ओपी रल्हन की फिल्म 'हलचल' से की। 1971 में ही उन्हें एक बार फिर से ओपी रल्हन के साथ फिल्म 'हंगामा' में काम करने का मौका मिला। लेकिन उनकी दोनों ही फिल्मों को कामयाबी नहीं मिली। दो फ्लॉप फिल्में देने के बाद जीनत ने हरे राम हरे कृष्ण में काम किया। 1971 में रिलीज हुई इस फिल्म ने जैसे उनकी किस्मत ही बदल डाली। फिल्म में उन्होंने देवानंद की बहन की भूमिका निभाई थी। फिल्म में दमदार एक्टिंग के लिए जीनत अमान को बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड भी मिला। इसके बाद तो जैसे उन्होंने कामयाबी को हासिल करना सीख लिया था। 1973 में यादों की बारात फिल्म आई, जिसमें उनकी एक्टिंग को काफी सराहा गया। बेहतरीन गीत-संगीत और अभिनय से सजी इस फिल्म की कामयाबी ने जीनत अमान को स्टार के रूप में स्थापित कर दिया। फिल्म में उन पर फिल्माया यह गाना 'चुरा लिया है तुमने जो दिल को' आज भी लोगों की जुवान से सुनने को मिल जाता है। -
दो फ्लॉप और दो सुपरहिट फिल्मों में काम करने के बाद जीनत ने खुद को 'बोल्ड' एक्ट्रेस के रूप में उतारा। 1978 में जीनत को शो-मैन राजकपूर की फिल्म 'सत्यम शिवम सुंदरम' में काम करने का मौका मिला। फिल्म के कुछ सीन में जीनत अमान ने काफी बोल्ड सीन्स दिए, जिसे लेकर लोगों के बीच उनकी काफी आलोचना भी हुई। बोल्ड सीन्स देने के वाबजूद भी ये फिल्म बॉक्सऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई।
80 के दशक में जीनत अमान पर आरोप लगे कि वह केवल ग्लैमर वाले किरदार ही निभा सकती है लेकिन जीनत ने वर्ष 1980 में रिलीज हुई बीआर चोपड़ा की फिल्म 'इंसाफ का तराजू' में संजीदा किरदार निभाकर आलोचकों के आगे अपनी एक्टिंग का लोह मनवा लिया। इसके बाद इसी साल जीनत अमान की एक और सुपरहिट फिल्म 'कुर्बानी' रिलीज हुई। निर्माता-निर्देशक फिरोज खान की फिल्म 'कुर्बानी' में उन पर फिल्माया गाना 'लैला मैं लैला ऐसी मैं लैला' या फिर 'आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आए' बहुत लोकप्रिय हुआ। जीनत के सिने करियर में उनकी जोड़ी अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ खूब जमी। हेमा मालिनी के अलावा जीनत ही उन दुर्लभ अदाकारों में शामिल हैं जिन्होंने राजकपूर, देवानंद, अमिताभ, मनोज कुमार, धर्मेन्द्र, राजेश खन्ना, जीतेंद्र और शशि कपूर के जैसे बड़े हीरो के साथ किसी फिल्म में काम किया। -
शादी के बाद फिल्मों से दूर हुईं जीनत- 80 के दशक में अभिनेता मजहर खान के साथ शादी करने के बाद जीनत अमान ने फिल्मों में काम करना काफी कम कर दिया। जीनत ने अपने चार दशक लंबे सिने करियर में लगभग 80 फिल्मो में काम किया है। जीनत अमान इन दिनों बॉलीवुड में ज्यादा सक्रिय नहीं है।