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‘मिसाइल मैन’ और ‘जनता के राष्ट्रपति’ के रूप में लोकप्रिय पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का सोमवार शाम भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) में एक व्याख्यान के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वो इस साल 15 अक्तूबर को 84 साल के हो जाते। उनके निधन की खबर से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। केंद्र सरकार ने उनके सम्मान में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। सरकार ने एक बयान में कहा कि दिवंगत हस्ती के सम्मान में देशभर में 27 जुलाई से दो अगस्त तक (दोनों दिन शामिल) राजकीय शोक रहेगा। (फोटो: प्रशांत नाडकर)
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डॉक्टर कलाम 15 अक्तूबर को 84 साल के होने वाले थे। देश के सर्वाधिक लोकप्रिय राष्ट्रपति माने जाने वाले कलाम ने 18 जुलाई 2002 को देश के 11वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला। राष्ट्रपति पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए उनके नाम पर सर्वसम्मति नहीं बन सकी। वह राजनीतिक गलियारों से बाहर के राष्ट्रपति थे। (फोटो: रमेश नायर)
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एवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम बेहद साधारण पृष्ठभूमि से ऊपर उठकर, अटल बिहारी वाजपेयी की राजग सरकार के कार्यकाल में राष्ट्रपति पद तक पहुंचे। वाम दलों को छोड़कर सभी दलों में राष्ट्रपति पद पर उनकी उम्मीदवारी को लेकर सर्वसम्मति बनी और बड़े शानदार तरीके से वह राष्ट्रपति चुने गए। (फोटो: भाषा)
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माना जाता है कि भारत के मिसाइल कार्यक्रम के पीछे मद्रास इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलोजी से एअरोनोटिक्स इंजीनियरिंग करने वाले कलाम का ही सोच था। वाजपेयी के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पूर्व राष्ट्रपति ने 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण में निर्णायक भूमिका निभाई। बतौर राष्ट्रपति कलाम ने छात्रों से संवाद के हर मौके का इस्तेमाल किया और खासतौर से स्कूली बच्चों को उन्होंने बड़े सपने देखने को कहा ताकि वे जिंदगी में कुछ बड़ा हासिल कर सकें। (फोटो: भाषा)
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पूर्व राष्ट्रपति ने विवाह नहीं किया था। वह वीणा बजाते थे और कर्नाटक संगीत में उनकी खास रुचि थी। वह जीवन पर्यंत शाकाहारी रहे। (फोटो: भाषा)
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कलाम के निधन की खबर आते ही उनके पुश्तैनी नगर रामेश्वरम में शोक की लहर दौड़ गई। उनके बड़े भाई और दूसरे रिश्तेदार शोकाकुल हैं। कलाम के घर के बाहर लोग बड़ी संख्या में जमा हो गए और पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक जताया और उनको श्रद्धांजलि दी। (फोटो: भाषा)
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पूर्व राष्ट्रपति के भाई 99 साल के मोहम्मद मुथू मीरा लेबाई मारैकर बहुत रो रहे थे। उनकी मांग है कि वे अपने भाई का चेहरा देखना चाहते हैं। उनके बेटे जैनुलआबुदीन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को रामेश्वरम लाने की संभावना के बारे में अधिकारियों से बातचीत हो रही है। (फोटो: भाषा)
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कलाम के परिवार के सदस्य घर में विलाप करते देखे गए। पूर्व राष्ट्रपति के सम्मान में स्थानीय मस्जिद को बंद किया गया है। इलाके के लोगों ने पूर्व राष्ट्रपति के मधुर स्वभाव को याद किया। लोगों ने इस बात का जिक्र खासतौर पर किया कि वह इतने बड़े मुकाम तक पहुंचने के बाद भी बेहद सरल स्वभाव के थे। (फोटो: भाषा)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और देश की सभी प्रमुख हस्तियों ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर दुख जताया और कहा कि उन्होंने एक ‘मार्गदर्शक’ खो दिया है जिन्होंने भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई ऊंचाई पर पहुंचाया। (फोटो: भाषा)