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बॉलीवुड में कुछ सितारे ऐसे होते हैं जो अपनी एक्टिंग, डेडिकेशन और फिल्मों की क्वालिटी के कारण हमेशा अलग पहचान बनाते हैं। इन्हीं में से एक हैं बॉलीवुड के सुपरस्टार आमिर खान, जिन्हें ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ के नाम से जाना जाता है। उनका जन्म 14 मार्च 1965 को हुआ था और उन्होंने अपनी मेहनत, समर्पण और बेहतरीन अभिनय से फिल्म इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बनाई है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उन्हें यह खास टैग कैसे मिला? इसके पीछे एक दिलचस्प किस्सा छिपा है। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook)
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कैसे मिला ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ का टैग?
आमिर खान ने हाल ही में ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ पर खुलासा किया कि यह टैग उन्हें वेटरन अभिनेत्री शबाना आजमी ने दिया था। यह घटना फिल्म ‘दिल’ (1990) की शूटिंग के दौरान घटी, जब आमिर खान निर्देशक इंद्र कुमार के साथ काम कर रहे थे और बाबा आजमी (शबाना आजमी के भाई) फिल्म के कैमरामैन थे। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook) -
आमिर खान एक दिन बाबा आजमी के घर फिल्म की स्क्रिप्ट पर चर्चा करने गए थे। बातचीत के दौरान शबाना आजमी ने आमिर से पूछा कि वे चाय में कितनी चीनी लेंगे। लेकिन आमिर फिल्म की चर्चा में इतने मशगूल थे कि तुरंत जवाब नहीं दे पाए। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook)
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जब उन्होंने शबाना का सवाल समझा तो उल्टा पूछ लिया – “कप कितना बड़ा है?” शबाना ने कप दिखाया, तो आमिर ने अगला सवाल किया – “चम्मच कितना बड़ा है?” इसके बाद, उन्होंने सही मात्रा में चीनी डालने के लिए कहा। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook)
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इस घटना को देखकर शबाना आजमी ने हंसते हुए कहा कि आमिर हर चीज में इतनी बारीकी और परफेक्शन ढूंढते हैं कि उन्हें ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ कहा जाना चाहिए। तभी से यह नाम आमिर खान के साथ जुड़ गया और यह नाम धीरे-धीरे पूरी इंडस्ट्री में मशहूर हो गया। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook)
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‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ का मतलब क्या है?
अंग्रेजी में ‘मिस्टर’ किसी व्यक्ति को सम्मान देने के लिए प्रयोग किया जाता है, वहीं, ‘परफेक्शनिस्ट’ शब्द अंग्रेजी के ‘परफेक्ट’ से बना है और ‘परफेक्शनिस्ट’ का अर्थ होता है – एक ऐसा व्यक्ति जो हर काम को एकदम सही तरीके से करता हो। आमिर खान को यह नाम इसलिए दिया गया क्योंकि वह अपने हर काम में परफेक्शन लाने की कोशिश करते हैं। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook) -
आमिर खान क्यों कहलाते हैं ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’?
आमिर खान को यह उपाधि सिर्फ एक मजेदार घटना की वजह से नहीं मिली, बल्कि उनके फिल्मी करियर में कई ऐसे कारण हैं जो उन्हें इस उपनाम के योग्य बनाते हैं। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook) -
हर किरदार में गहराई और परफेक्शन
आमिर खान अपने हर किरदार को पूरी शिद्दत से निभाते हैं। चाहे ‘लगान’ का भुवन हो, ‘गजनी’ का संजय सिंघानिया हो, या ‘दंगल’ में महावीर फोगाट का किरदार—हर रोल में वे खुद को पूरी तरह झोंक देते हैं और अपने पात्र को असली महसूस कराते हैं। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook) -
स्क्रिप्ट पर गहरी पकड़
आमिर खान सिर्फ अच्छी और दमदार स्क्रिप्ट वाली फिल्मों का चुनाव करते हैं। वे कंटेंट को ज्यादा महत्व देते हैं और यदि कोई स्क्रिप्ट उन्हें प्रभावित नहीं करती, तो वे उसे ठुकराने से भी नहीं हिचकिचाते। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook) -
फिल्ममेकिंग में परफेक्शन
आमिर सिर्फ एक बेहतरीन एक्टर ही नहीं, बल्कि शानदार डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी हैं। उनकी फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जिसमें उन्होंने ना सिर्फ अभिनय किया, बल्कि निर्देशन की कमान भी संभाली और दर्शकों को भावुक कर देने वाली कहानी दी। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook) -
जबरदस्त बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन
आमिर खान अपनी फिल्मों के लिए जबरदस्त बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन करते हैं। ‘गजनी’ के लिए उन्होंने मस्कुलर बॉडी बनाई, ‘दंगल’ के लिए 97 किलो तक वजन बढ़ाया और फिर इसे घटाकर युवा महावीर फोगाट की भूमिका के लिए फिट बॉडी हासिल की। ‘लाल सिंह चड्ढा’ में उन्होंने एक दुबले-पतले किरदार के लिए खुद को पूरी तरह ढाल लिया। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook) -
कम लेकिन बेहतरीन फिल्में
आमिर खान एक साल में कई फिल्में करने के बजाय सिर्फ उन्हीं फिल्मों को चुनते हैं, जो दमदार होती हैं और दर्शकों को कुछ नया देती हैं। इसी कारण उनकी ज्यादातर फिल्में ब्लॉकबस्टर साबित होती हैं और लंबे समय तक लोगों के दिलों में रहती हैं। (Photo Source: Aamir Khan Productions/Facebook)
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