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राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा विवाद रहा है। इस मुद्दे को लेकर सिनेमा में कई फिल्में बनीं हैं। इनमें से बहुत सी फिल्मों पर खूब विवाद भी हुआ। कुछ को तो बैन भी करना पड़ा। आइए डालते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों पर एक नजर(सांकेतिक तस्वीर, सोर्स: इंडियन एक्सप्रेस)
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Bombay: 1995 में बनी फिल्म 'बॉम्बे' का निर्देशन मणिरत्नम ने किया था। इस फिल्म के मुख्य किरदार अरविंद स्वामी और मनीषा कोइराला थे। फिल्म में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद उपजे साम्प्रदायिक तनाव में दो समुदायों के जटिल संबंधों को दिखाया गया था। फिल्म सुपरहिट रही थी।(Photo: Youtube)
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Naseem: नसीम साल 1995 में रिलीज हुई थी। फिल्म की कहानी एक स्कूल जाती लड़की (मयूरी कांगो) की थी। ये लड़की अपने दादा के बेहद करीब थी जिनकी बाबरी मस्जिद की घटना में मौत हो जाती है। सईद अख्तर मिर्जा निर्देशित फिल्म को बेस्ट डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले का नेशनल अवॉर्ड मिला था। (Photo: Youtube)
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Daivanamathil: मलयालम भाषा में बनी यह फिल्म बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद उपजे हालातों पर थी। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक मुस्लिम युवक हिंदुओं से बाबरी मस्जिद गिराए जाने का बदला लेने की कोशिशें करता है। (Photo: Youtube)
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Black Friday: साल 2007 में आई अनुराग कश्यप की फिल्म ब्लैक फ्राइडे में बाबरी मस्जिद विध्वंस और उसके बाद मुंबई में हुए दंगे को दिखाया गया था। साल 2004 में फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने रोक लगा दी थी। आगे चलकर फिल्म साल 2007 में रिलीज हुई थी।(Photo: Youtube)
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Striker: साल 2010 में आई इस फिल्म में हिंदू लड़के और मुस्लिम लड़की के बीच प्रेम को दिखाया गया था। फिल्म में दिखाया गया था कि किस तरह से बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद मुंबई में हुए दंगों ने इन दोनों प्रेमियों की जिंदगी उथल-पुथल कर दी थी। यह पहली फिल्म थी जिसकी स्क्रीनिंग यूट्यूब पर भी की गई थी। (Photo: Youtube)
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Game Of Ayodhya: सुनील सिंह निर्देशित यह फिल्म 2017 में आई थी। इस फिल्म पर काफी विवाद हुआ था। हिंदू संगठनों ने कहा था कि फिल्म में तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है।(Photo: Youtube)
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Ram Ke Naam: यह फिल्म दरअसल एक डॉक्यूमेंट्री है। इसका निर्माण भारतीय फिल्मकार आनंद पटवर्धन ने 1992 में किया था। फिल्म का विषय विश्व हिन्दू परिषद का अयोध्या में बाबरी मस्जिद की साइट पर राम मंदिर का निर्माण करने के लिए अभियान और इस से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा है। इस फिल्म के रिलीज होने के के दो महीने बाद विहिप कार्यकर्ताओं ने 1992 में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया था। फिल्म से पटवर्धन को व्यापक मान्यता अर्जित की और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किये। इस फिल्म पर कई बार विवाद हुआ जिसके बाद इसे कई मौकों पर बैन भी किया गया। (Photo: Youtube)
