रियो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक का मुकाबला हारने के बाद टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा भावुक हो गई। इस दौरान उन्होंने इशारा किया कि यह उनका आखिरी ओलंपिक हो सकता है। सानिया को उनके जोड़ीदार रोहन बोपन्ना के साथ मिक्स्ड डबल्स के मुकाबले में चैक गणराज्य की लूसी हरादेका और रादेक स्तेपानेक की जोड़ी ने 6-1,7-5 से हार झेलनी पड़ी। सानिया 29 साल की हो चुकी है और लगातार चोटों का सामना करने के बाद भी वापसी करती रहीं हैं। मुकाबले के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”इस समय बात करना मुश्किल है। हमें इस मानना होगा और आगे बढ़ना होगा।” उनकी आंखों में आंसू साफ देखे जा सकते थे।
सानिया ने कहा, ”एक टेनिस खिलाड़ी के रूप में हम काफी भाग्यशाली हैं। हम सिनसिनाटी जाएंगे और वहां जीतने के लिए खेलेंगे। लेकिन दुर्भाग्य से आज का दिन हमारे लिए ठीक नहीं था। खेल में ऐसा ही होता है। इससे उबरने में कुछ समय लगेगा।” इस दौरान सानिया भावुक रहीं और आंसुओं को रोकती नजर आई। कांस्य पदक के मैच में सानिया-बोपन्ना ने टक्कर दी लेकिन वे निर्णायक क्षणों में लय बरकरार नहीं रख पाएं। बोपन्ना ने कहा, ”शुरुआती ब्रेक ने हमें निराश किया। सर्विस गेम मे मैं ठीक से स्ट्राइक नहीं कर पाया और इससे हम बैकफुट पर आ गए। 24 घंटे में हम दो मैच हार गए जो हमें पदक दिला सकते थे।”