जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिला अस्पताल में मेडिकल स्टाफ की लापरवाही का एक दर्दनाक मामला सामने आया है। किश्तवाड़ जिला अस्पताल में असमय जन्में एक शिशु के शव को चूहों ने कुतर डाला। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चत्रू के रहने वाले मोहम्मद हुसैन ने 12 अक्टूबर को अपनी सात महीने की पत्नी को पेट में दर्द होने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। विगत शुक्रवार रात को हुसैन की पत्नी समय से पूर्व ही बच्ची को जन्म दिया। डॉक्टर्स ने नवजात को नीओनेटल केयर यूनिट में रखा था, जहां जन्म के दो घंटे बाद ही बच्ची की मौत हो गई।

डॉक्टर्स ने नवजात का शव उसके पिता मोहम्मद हुसैन को सौंप दिया। बच्ची की मौत से बदहवास मोहम्मद हुसैन नवजात के शव को अस्पताल में बेड पर रखकर अपनी पत्नी को देखने दूसरे वार्ड में चले गए। जब वह वापस लौटकर आये तो उन्होंने देखा कि बच्ची के शव से सर गायब था। हुसैन के मुताबिक नवजात के शव को चूहों ने कुतर दिया था। इस घटना के बाद किश्तवाड़ जिला अस्पताल की लापरवाही पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालत यह है कि यहां नवजात बच्चों के वार्ड को भी साफ सुथरा नहीं रखा जा रहा है। अब अस्पताल प्रशासन घटना को दबाने के लिए तरह-तरह की बहानेबाजी कर रहा है।

किश्तवाड़ जिला अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉक्टर अबदुल मजीद मलिक ने इस बात से इंकार किया है कि नवजात के शव को चूहों ने कुतर डाला। उन्होंने कहा कि नवजात के शव पर पाए गए निशान चूहों के दांत के नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने यह माना है कि नवजात के शव को किसी जानवार ने जख्मी किया है। नवजात बच्ची के सर से चमड़ा भी उतर गया था। इसके संबंध में मेडिकल सुप्रीटेंडेंट ने कहा कि यह बच्ची के समय से पहले जन्म के कारण हो सकता है। हालांकि जिला किश्तवाड़ के अस्पताल की इमारत को बने तीन वर्ष से ज्यादा समय नहीं हुआ है।

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