पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान पर जा पहुंचे हैं। पेट्रोल मुंबई में 92 रुपए तो दिल्ली में 86 के पार हो गया है। दिल्ली में डीजल का दाम 76 रुपए तो मुंबई में यह 83 के पार हो गया है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि इसके लिए सऊदी अरब जिम्मेदार है।
चेन्नई और कोलकाता में भी ईंधन के दाम बढ़ाए गए हैं। चेन्नई में पेट्रोल 88.07 रुपए प्रति लीटर और डीज़ल 80.90 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं, कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 86.87 रुपए प्रति लीटर और डीज़ल की कीमत 79.23 रुपए प्रति लीटर है।
हालांकि इससे पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि को जायज बताते हुए प्रधान ने कहा था कि मोदी सरकार टैक्स से खजाना नहीं भर रही है, गरीबों को अनाज और धन दे रही है। कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यवस्था पर हुए असर और महामारी से जंग के लिए संसाधनों की आवश्यकता का भी उन्होंने हवाला दिया था।
गौरतलब है कि इससे पहले तेल के दामों में रिकार्ड बढ़ोतरी 4 अक्टूबर 2018 को हुई थी। तब सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में 1.50 की कमी की थी। राज्यों ने भी 1 रुपए की कमी तब की थी। हालांकि इसे बाद में फिर से पहले की तरह से कर दिया गया। इस बार अभी तक देखने को नहीं मिला है कि सरकार टैक्स कटौती जैसे कोई कदम उठाने जा रही है।
तेल कंपनियों ने दामों को रिवाइज करने का काम लगभग 1 माह के अंतराल के बाद 6 जनवरी से शुरू किया था। उसके बाद से पेट्रोल के दाम 2.34 और डीजल के 2.36 रुपए बढ़ चुके हैं। इस बढ़ोतरी से आम आदमी की जेब पर असर पड़ रहा है।