कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा है कि फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत खुलेआम किसानों को आतंकी कह रही हैं, उसके बाद भी सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। दूसरी तरफ विदेश मंत्रालय एक व्यक्तिगत ट्वीट पर ऐसे प्रतिक्रिया दे रहा है जैसे कोई भूचाल आ गया है।

टीवी डिबेट में अखिलेश प्रताप ने कहा कि बीजेपी के प्रवक्ता खुद कहते हैं कि फिल्मी सितारे बगैर माया के कुछ नहीं बोलते। उनका कहना था कि भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने पहली बार किसी व्यक्तिगत ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी। पहले ऐसा कब हुआ हमें याद नहीं आ रहा। दूसरी तरफ कंगना ने जो कहा उस पर विदेश मंत्रालय नहीं बोल रहा। उनका सवाल था कि क्या हमारे किसान आतंकी हैं।

उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले 8-10 माह से पार्टी को एक नया नेता मिला है। भारत सरकार और बीजेपी इंतजार करती है कि कंगना उन्हें क्या लाइन देती हैं। आप देखिए कि वे किसानों को आतंकी कह रही हैं और न जाने क्या क्या कर रही हैं। उनका सवाल था कि विदेश मंत्रालय रेहाना पर तो बोल रहा है पर कंगना पर क्यों खामोश है। सरकार का काम है समस्याओं का समाधान करना लेकिन सरकार समस्या में इजाफा कर रही है।

दरअसल, सारा विवाद तब शुरू हुआ जब पॉप सिंगर रेहाना ने किसान आंदोलन को लेकर एक ट्वीट किया। उसके बाद कंगना ने रेहाना को तीखा जवाब दिया। कंगना ने किसानों को आतंकी करार दिया। मामला यहीं पर नहीं थमा। बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने भी एक वीडियो ट्वीट किया। इसमें किसान पुलिस के साथ मारपीट करते दिख रहे हैं। तिवारी का सवाल था कि ये क्या है। मामले ने तीखापन तब लिया जब पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ ने कंगना को जवाब दिया।

कंगना ने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दीं। उन्होंने दिलजीत को ट्वीट किया कि चल ठीक है, सिर्फ बोल दे तू खालिस्तानी नहीं है। क्यों इतनी बात घुमा रहा है। बोल दे सिंपली, क्यों नहीं बोल सकता। सारा डिस्कसन क्लोज हो जाएगा और मेरा डाउट भी क्लीयर हो जाएगा। प्लीज से।

दिलजीत ने @kanganateam पर ट्वीट किया कि आज के बाद मैने तेरा कोई जवाब नहीं देना, क्योंकि तेरे को ट्वीट-ट्वीट खेलने का चस्का लग गया रहै। लोगों को सौ काम होते हैं। उनका कहना था कि तू कोई मास्टरनी लगी है जो तुझे जवाब दूं।