परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल नहीं करने की भारत की नीति पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के सवाल उठाने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा। कांग्रेस महासचिव ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल नहीं करने को लेकर दिये गये मनोहर पर्रिकर के बयान की कड़ी निंदा करते हैं क्योंकि यह भारत के व्यक्त रूख के विपरीत है।’ उन्होंने कहा, ‘‘हम ऐसी भूमि हैं जो गांधी के अहिंसा के सिद्धांत में विश्वास करती है और हमने हमेशा परमाणु हथियारों के निरस्त्रीकरण की नीति में यकीन किया है। दिवंगत राजीव गांधी ने यह नीति शुरू की थी। ’सिंह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री एवं सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए कि जहां तक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात है तो क्या उन्होंने भारत की व्यक्त नीति बदल दी है। ’वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘पर्रिकर पाकिस्तान के खिलाफ कथित लक्षित हमले के मामले में भी अविवेकपूर्ण बाते कर रहे हैंं । उन्होंने बयान दिया कि यह आरएसएस के संस्कार के चलते ही संभव हो पाया…….. लेकिन यह एक तथ्य है कि लक्षित हमले संप्रग शासन के काल में भी हुए थे किन्तु हमने उसका राजनीतिकरण नहीं किया। ’
पर्रिकर ने कल इस बात पर अचरज प्रकट किया था कि क्यों भारत यह नहीं कह सकता कि ‘हम जिम्मेदार परमाणु ताकत हैं और ‘‘मैं ‘प्रथम उपयोग नहीं करने की नीति’ पर दृढ़ रहने के बजाय गैर जिम्मेदार तरीके से इसका इस्तेमाल नहीं करने की बात कहूंगा। ’’ उन्होंने यह भी कहा कि यह उनकी निजी राय है।