बीफ परोसने के अफवाह में जयपुर में एक होटल पर हमला करने और उसे बंद कराने के मामले में दर्ज FIR में राष्ट्रीय गौ रक्षा दल की अध्यक्ष कमल दीदी का नाम गायब होने से विवाद बढ़ गया है। आपको बता दें कि 19 मार्च को जयपुर के एक होटल में बीफ बनाने और परोसने की अफवाह के बाद पुलिस के सामने ही गौ रक्षा दल के सदस्यों ने होटल में तोड़फोड़ और मारपीट के बाद उसे बंद करवा दिया था। जयपुर पश्चिम के डिप्टी पुलिस कमिश्नर अशोक कुमार गुप्ता के मुताबिक कमल दीदी के संलिप्तता की अभी तक पुष्टी नहीं हुई है इसलिए अभी तक उनपर FIR भी दर्ज नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अगर इस मामले में किसी भी तरह से उनका हाथ होगा तो पुलिस कानून के अनुसार अपना काम करेगी। डीसीपी ने ये भी बताया कि पुलिस होटल के मालिक नईम रब्बानी से भी इस मामले में जानकारियां जुटा रही है।
पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज की कविता श्रीवास्तव ने कहा कि होटल के मालिक नईम ने जो शिकायत दर्ज करवाई है उसमें सभी हमलावरों के नाम साफ- साफ बताए हैं। उसके बाद भी पुलिस कमल दीदी के खिलाफ अभी तक FIR भी दर्ज नहीं कर पाई है। कविता ने कहा कि इस मामले में जिस तरह से पुलिस काम कर रही है वो न्याय की आंखों में धूल झोंकने जैसा है। उन्होंने आगे कहा कि जिस घटना ने नईम और उसके साथ काम करने वालों की जिंदगी पूरी तरह से बर्बाद कर दी उस घटना को पुलिस इतने हल्के तरीके से ले रही है।
वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय महिला गौ रक्षा दल की प्रेसीडेंट कमल दीदी का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। कमल दीदी के अनुसार होटल में बीफ पार्टी करने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद करीब 150 कार्यकर्ता वहां इक्ट्ठा हो गए। उन्होंने कहा, “मुझे रविवार शाम कुछ लावारिस गायों के संबंध में एक फोन आया था, जिन्हें गाय पुनर्वास केंद्र भेजने के लिए मैं अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंची। हालांकि हमने वहां देखा कि होटल के पास कुछ युवक कूड़ा फेंक रहे हैं जो दिखने में बीफ जैसा था।” दीदी ने बताया कि स्थानीय लोग भी शिकायत कर रहे थे कि यहां हर हफ्ते बीफ पार्टी होती है। इसलिए हमें लगा कि यह बीफ है और हमने उन्हें पकड़ लिया।
उनके अनुसार वो और उनका संगठन पुलिस के साथ ही मिल कर काम करता है। कमल दीदी ने दावा किया है कि उनके संगठन ने पुलिस के साथ मिलकर अभी तक भैंस और गाय की तस्करी कर रहे 37 ट्रकों को पकड़ा है।