कैग की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में स्थित धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल (Dhirubhai Ambani Intrnational School) पर मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलेपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) का करीब 65 करोड़ रुपए बकाया है। यह स्कूल ‘जमनाबेन हीराचंद अंबानी फाउंडेशन’ द्वारा संचालित किया जाता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, MMRDA ने साल 2002 में फाउंडेशन को बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में स्कूल के लिए 2 प्लॉट लीज पर दिए थे। खबर के अनुसार, साल 2007 में फाउंडेशन के एक पत्र को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सीएम ऑफिस भेजा, जिसमें आवंटित किए गए प्लॉट के नजदीक और दो प्लॉट आवंटित करने की मांग की गई, जिन पर स्कूल का विस्तार किया जाना था।

कैग की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2007 में MMRDA ने 1.53 लाख रुपए प्रति वर्गमीटर की दर से फाउंडेशन को प्लॉट का आवंटन कर दिया। कैग के अनुसार, इस आवंटन में तय प्रक्रिया का पालन भी नहीं किया गया। साल 2007 में फाउंडेशन ने लीज प्रीमियम के तौर पर MMRDA को करीब 65.8 करोड़ रुपए का भुगतान किया। जिसके बाद साल 2009 में MMRDA ने 80 साल के लिए जमीन फाउंडेशन को लीज पर दे दी। फाउंडेशन ने लीज की जांच और निष्पादन का काम दो साल बाद किया। कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, फाउंडेशन को एग्रीमेंट के बाद 4 साल के समय में निर्माण कार्य पूरा करना था। इसमें असफल रहने पर फाउंडेशन को अतिरिक्त चार्ज देना था।

खबर में बताया गया है कि फाउंडेशन तय समय पर निर्माण कार्य पूरा नहीं कर सकी। जिसके बाद एमएमआरडीए ने सितंबर 2017 में नोटिस जारी किया और फाउंडेशन को 23.5 करोड़ रुपए का अतिरिक्त चार्ज देने का निर्देश दिया। कैग की रिपोर्ट के अनुसार, फाउंडेशन ने दिसंबर, 2018 तक भी अतिरिक्त चार्ज का भुगतान नहीं किया। कैग की रिपोर्ट के अनुसार, अतिरिक्त चार्ज की गणना साल 2009 से होनी चाहिए थी। ऐसे में अतिरिक्त चार्ज की यह रकम 52.4 करोड़ रुपए बैठती है। कैग के अनुसार, चूंकि जमनाबेन हीराचंद अंबानी फाउंडेशन ने अतिरिक्त चार्ज के भुगतान में देरी की, ऐसे में सितंबर 2018 से इस पर 14% वार्षिक ब्याज के बाद यह रकम 65 करोड़ रुपए हो जाती है।