कालेधन से सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज पर निपटने के लिए पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट चलन से बाहर करने के कड़े फैसले के बाद सरकार ने आम आदमी की दिक्कत की तरफ ध्यान दिया है। पुराने नोटों को बैंक में जमा करने के सवाल पर डरे लोगों को वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को फिर आश्वस्त किया कि छोटी रकम जमा कराने वालों को आयकर विभाग से डरने की कोई जरूरत नहीं है। सरकार न उनकी जांच-पड़ताल करेगी और न उन्हें किसी भी स्तर पर परेशान होने देगी। उधर सरकार ने जल्द ही एक हजार रुपए का नया नोट भी बाजार में उतारने का एलान कर दिया है। पांच सौ और दो हजार रुपए के नए नोट भी गुरुवार को बैंकों से जारी हो गए। इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट सरकार की कवायद को बेअसर न बना दे, इसके लिए सरकार ने कैविएट दाखिल कर दी है। कैविएट एक तरह की अर्जी है जिसके तहत अदालत से दायर करने वाला खुद से जुड़े मामले में एकतरफा सुनवाई न करने का आग्रह करता है। यानी अदालत अब इस मामले में कोई भी एकतरफा अंतरिम आदेश जारी नहीं कर पाएगी।
दरअसल आयकर के मौजूदा कानून के मुताबिक ढाई लाख रुपए सालाना तक की किसी भी व्यक्ति की आमदनी आयकर से मुक्त है। इतनी या इससे कम आमदनी वाले व्यक्ति के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करना जरूरी नहीं है। सो, जेटली ने अगर इस सीमा तक पुराने नोट बैंक खाते में जमा करने से डर रहे लोगों को आश्वस्त किया है तो इसमें कुछ भी खास नहीं है। इसके साथ ही जेटली ने लोगों को यह सुझाव भी दे दिया कि वे बैंकों में भीड़ न लगाएं क्योंकि पुराने नोटों को बदलने के लिए काफी समय हैै। गौरतलब है कि इसके लिए बिना किसी बंदिश के मियाद 31 दिसंबर तय की गई है। वित्त मंत्री ने बेहिसाबी धन जमा कराने वाले लोगों को कर कानून के तहत नतीजे झेलने का जो डर दिखाया है, वह भी गैरवाजिब नहीं है। मौजूदा प्रावधान के मुताबिक भी किसी बैंक खाते से एक दिन में दस लाख रुपए या ज्यादा रकम निकालने या इतनी ही रकम एक दिन में जमा कराने वाले ग्राहकों की सूचना उसी दिन बैंक द्वारा आयकर विभाग को भेजी जाती है। विभाग जिन मामलों में संदेह देखता है, उनमें नोटिस जारी कर ऐसे ग्राहक की आमदनी और बचत की पड़ताल कर लेता है।
जेटली ने गुरुवार को आर्थिक संपादकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए दो टूक कहा कि ऐसे लोग जिनके पास बड़ी मात्रा में बेहिसाबी धन है, उन्हें कर कानून के तहत परिणाम झेलने होंगे। मौजूदा नियमों के हिसाब से बेतुकी पाई जाने वाली आय पर सामान्य आयकर के अलावा आयकर की दोगुनी राशि तक का जुर्माना भी वसूला जा सकता है। राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने भी बुधवार को यही बात दोहराई थी। दरअसल सरकार को अंदाज है कि काला धन रखने वाले कुछ लोग अपने धन को बचाने के फेर में कम आमदनी वाले या आयकर रिटर्न न दाखिल करने वाले लोगों के खातों में पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट जमा करा सकते हैं। इसीलिए डर बैठाया जा रहा है।
यह पूछे जाने पर कि क्या 500-1000 के नोट के बंद होने से कालाधन समाप्त हो जाएगा, जेटली ने माना कि फैसले के पीछे यही एकमात्र लक्ष्य नहीं है। यह फैसला कई कदमों को देखते हुए उठाया गया है। इसमें जीएसटी को लागू किया जाना भी शामिल है। इससे बड़ी मात्रा में निष्क्रिय पड़ी मुद्रा बाजार में आएगी। इस लिहाज से मुद्रा प्रसार पर दबाव होगा। जीएसटी लागू होने जा रहा है। यह अधिक दक्ष प्रणाली है। जिसमें कर चोरी काफी कम होगी और अनुपालन काफी ऊंचा रहेगा। इसके साथ ही प्रत्यक्ष कर दरों को भी तर्क संगत बनाने की दिशा में आगे बढ़ना होगा।
वित्त मंत्री ने कहा- इस तरह के कदमों का सामूहिक प्रभाव कालाधन धारकों को हतोत्साहित करेगा। यह भविष्य में समाप्त होगा या नहीं मैं आज यह नहीं कह सकता, लेकिन निश्चित रूप से यह हतोत्साहित करने वाला होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को थोड़े समय की परेशानी के लिए तैयार रहना चाहिए जिससे भविष्य में एक बेहतर और सुथरी प्रणाली सामने आएगी। रिजर्व बैंक और अन्य बैंक सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं जिससे लोगों को कम से कम असुविधा हो। कुछ दिन जरूर परेशानी रहेगी और स्थानीय खरीद प्रभावित होगी। लेकिन मध्यम से दीर्घावधि में हालिया कदमों का अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर दिखेगा।
आर्थिक संपादकों के सम्मेलन में आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि कुछ महीने में नए फीचर्स के साथ 1,000 का नया नोट बाजार में आएगा। कम मूल्य के 100 और 50 रुपए के नोट वैध बने रहेंगे। रिजर्व बैंक ऐसे नोटों की नई शृंंखला जारी करेगा। ये नए डिजाइन और अतिरिक्त सुरक्षा खूबियों वाले होंगे। रिजर्व बैंक समय-समय पर करेंसी नोटों की नई शृंंखला नए डिजाइन और अतिरिक्त सुरक्षा फीचर्स के साथ जारी करता रहता है। 500 और 1,000 का नोट बंद होने के बाद बैंकों ने गुरुवार को 500 और 2,000 के नए नोटों का वितरण शुरू कर दिया।
सरकार ने 500 व 2000 रुपए के नए नोट अतिरिक्त सुरक्षा मानकों के साथ जारी किए हैं। बैंकों में पुराने नोटों के बदले नए नोट बदले जा रहे हैं। नए नोट अलग तरह के रंग और अतिरिक्त सुरक्षा मानकों के साथ लाए गए हैं। इनका आकार और विषय वस्तु भी पुराने नोट से भिन्न है। दो हजार रुपए का नोट पहली बार जारी किया गया है। यह हल्के बैंगनी रंग का है और इसके पिछले हिस्से में मंगलयान की तस्वीर छपी है। रिजर्व बैंक के नए गवर्नर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर वाले इस नोट के अग्र भाग में गांधी जी की तस्वीर है उसके नीचे हिंदी और अंग्रेजी में महात्मा गांधी भी लिखा है। 500 रुपए के नोट का रंग स्लेटी रखा गया है और इसमें पहली बार ऐतिहासिक लालकिले की तस्वीर प्रकाशित की गई है।