विवादित इस्लामिक वक्ता डॉ. जाकिर नाइक ने शुक्रवार को स्काइप के जरिए कई सवालों के जवाब दिए। नाइक ने कहा कि वे शांति के दूत हैं और दुनियाभर में कहीं भी हुए आतंकी हमलों की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा है यह गलत है कि मेंने लोगों को मारने की वकालत की है। जाकिर ने पीसी की शुरुआत में कहा, ”मैं नीस में हुए आतंकी हमले की निंदा करता हूं, ऐसे हमले नहीं होने चाहिए।” नाइक ने अपने बचाव में कहा, ”मैंने ढाका के हमलावरों को प्रेरित नहीं किया। जिस अखबार ने ढाका हमले के लिए मुझे जिम्मेदार ठहराया, उसने बाद में खुद को ठीक किया और बरी कर दिया। मेरे बयानों के गलत मतलब निकाले गए। मीडिया ने मेरे भाषणों के मतलब को ही बदल दिया। मेरे जवाबों को तोड़ा-मरोड़ा गया। जो ऐसा कर रहे हैं, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।” नाइक ने यह भी दावा किया कि उनके पास टीवी पर लगाए गए सभी सवालों के जवाब हैं, जो कि रिपोर्टर्स की पेन ड्राइव्स में मौजूद हैं।
डॉ. जाकिर नाइक के बारे में सभी रिपोर्ट्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
जाकिर ने एक सवाल के जवाब में कहा, ”मैं दुनिया में कहीं भी हुए आतंकी हमलों की निंदा करता हूं। अगर जरूरत पड़ी तो मैं घंटों इसके खिलाफ बोलूंगा।” उन्होंने कहा कि “इस्लाम में आत्मघाती हमलों की इजाजत नहीं दी गई है, यह इस्लाम में दूसरा सबसे बड़ा गुनाह है। यह हराम है, मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं शांतिदूत हूं। अगर युद्ध के दौरान आत्मघाती हमलों की जरूरत पड़ती है तो कमांडर के आदेश पर इसे जायज ठहराया जाता है। विद्वान भी यही कहते हैं।”
नाइक ने रिपोर्टर्स को चुनाैती देते हुए कहा कि अगर वे उनकी कोई ऐसी असंपादित रिकॉर्डिंग दिखा दें जिसमें उन्होंने बेगुनाह लोगोंं को मारने वाले आत्मघाती हमलों की निंदा न की हो। पीस टीवी से जुड़े विवाद पर जाकिर ने कहा है कि 2008 में पीस टीवी ने डाउनलिकिंग की इजाजत मांगी थी, लेकिन सूचना एवं प्रसारण मं त्रालय ने मना कर दिया। जाकिर ने कहा, ”सिर्फ एक वजह जो मेरे जेहन में आती है कि पीस टीवी को भारत में डाउनलिंकिंग की इजाजत क्यों नहीं मिली, वह यह है कि क्योंकि यह एक मुस्लिम चैनल है। उन्होंने बताया कि उनसे अभी तक किसी भारतीय एजेंसी ने संपर्क नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वे जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग करेंगे।