उरी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक की सभी राजनैतिक दलों ने सराहना की। एक वक्त, केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार से खफा रहे वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने भी अब सरकार की तारीफ की है। एनडीटीवी के लिए लिखे एक लेख में यशवंत सिन्हा कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की छाती को नापने के लिए अब बड़े टेप की आवश्यकता पड़ेगी। गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी का ’56 इंच सीना’ वाला भाषण हिट रहा था। यशवंत सिन्हा ने सर्जिकल स्ट्राइक की तारीफ करते हुए लिखा है, ”29 सिंतबर, 2016 की सुबह स्वतंत्र भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण क्षण थी। इस दिन भारत ने पाकिस्तान और पूरी दुनिया को दिखा दिया कि अब वह बेतरतीबी बर्दाश्त नहीं करेगा। भारत ने दुनिया को साफ किया कि ‘रणनीतिक संयम’ का सिद्धांत लागू नहीं होता और खुद को सुरक्षित रखने के लिए जो बन पड़ेगा, भारत करेगा। हमने 1999 के कारगिल संघर्ष के दौरान भी नियंत्रण रेखा को पार नहीं किया था। यह एक चीनी दीवार की तरह थी, जिसे भारत व पाकिस्तान के बीच घोषित युद्ध के बिना पार नहीं किया जा सकता था। इस मिथ को हमेशा के लिए खत्म कर दिया गया है।”
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यशवंत लिखते हैं, ”हमने अभी तक कूटनीतिक मंच पर अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन भारत को पाकिस्तान के साथ ज्यादा समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। पाकिस्तान एक धूर्त और दुष्ट राष्ट्र है, वह हमला करेगा, उसे कायराना अंदाज में हमला करना ही पड़ेगा। मेरा अंदाजा ये है कि यह हम पर उस वक्त और वहां आतंकी हमला करेगा जब हम उसकी आशंका नहीं जता रहे होंगे। त्योहारों का समय नजदीक है। सरकार के साथ-साथ आम लोगों की भी जिम्मेदारी है।” सिन्हा ने पाकिस्तान के साथ शांति की वकालत करने वालों पर भी हमला किया है। उन्हाेंने लिखा, ”कोई पाकिस्तान से युद्ध नहीं चाहता। लेकिन ऐसा शांति की कीमत पर बिलकुल नहीं होना चाहिए। इस तथाकथित शांतिदूतों के साथ मेरा झगड़ा बस इतना है कि वे अपनी सलाह सिर्फ भारत को देते हैं। पाकिस्तान उनकी सलाह की जरा भी फिक्र नहीं करता। वे अपने मिशन में पिछले 70 साल में कभी कामयाब नहीं हुए। ऐसा आगे होना भी संभव नहीं लगता लेकिन इससे भारत में कंफ्यूजन की स्थिति पैदा होती है।”
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यशवंत लिखते हैं, ”पाकिस्तान के साथ आमना-सामना होने की स्थिति में गंभीर परिणामों की चेतावनी देने वालों के लिए एक बात- कोई भी देश लगातार डर में रहकर महान नहीं बन सकता। जो भी परिणाम हो, एक ऐतिहासिक शुरुआत हो चुकी है। भारतीय सुरक्षा बलों ने दिखा दिया है कि वे किस चीज से बने हैं, प्रधानमंत्री ने अपनी इच्छाशक्ति जता दी है। जो उनकी छाती मापने की कोशिश कर रहे थे, अब वे जरूर बड़ा टेप खोज रहे होंगे।”