मुंबई में 1993 के सिलसिलेवार बम विस्फोटों में हाथ होने के लिए जब टाडा अदालत ने 12 सितंबर 2006 को याकूब मेमन को दोषी करार दिया था तब वह गुस्से से फट पड़ा था और उसने कहा था कि निर्दोष लोगों को आतंकवादी कहा जा रहा है।
याकूब को आज सुबह फांसी दे दी गई।
यााकूब ने टाडा अदालत के फैसले को सुनने के बाद कहा था, ‘‘ हम इस बहस में वकीलों को नहीं लगाना चाहते कि सजा कितनी हो ….13 वर्ष गुजर गए और निर्दोष लोगों को आतंकवादी कहा जा रहा है।’’
उसने कहा था, ‘‘ हम पर पहले ही आतंकवादी होने का ठप्पा लगाया जा चुका है और हम इसके परिणाम का सामना करेंगे।’’
इस मामले में फरार टाइगर मेमन के छोटे भाई याकूब ने यह बात तब कही थी जब न्यायाधीश पी डी कोडे ने उसे उसके भाइयों इसा और युसूफ के साथ दोषी ठहराया।
PHOTOS: याकूब मेमन का फांसी तक का सफर…
पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट 53 वर्षीय याकूब अन्य आरोपियों से अलग रहता था लेकिन फैसले के दिन वह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सका और चिल्लाते हुए कहा कि वह बम धमाकों के लिए जिम्मेदार नहीं है।