ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बहन और मशहूर लेखिका गीता मेहता पद्म श्री पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया। गीता मेहता ने ट्वीट के जरिए यह सम्मान न लेने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा है कि, मैं यह पुरस्कार नहीं ले सकती क्योंकि इन्हें देने की टाइमिंग सही नहीं है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने उनके नाम का ऐलान किया था।
एक प्रेस स्टेटमेंट जारी करते हुए गीता मेहता ने कहा, भारत सरकार ने मुझे पद्म श्री जैसे सम्मान के लिए चुना इसके लिए मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। पर मुझे अफसोस है कि मैं यह सम्मान नहीं ले सकती। भारत में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और इस सम्मान के लिए जो टाइमिंग चुनी गई है, उससे गलत संदेश जाएगा। जो मुझे और सरकार को शर्मिंदा कर सकता है। इसका मुझे हमेशा अफसोस रहेगा।’
Gita Mehta, writer&sister of Odisha CM:Deeply honoured that Govt should think me worthy of a Padma Shri but with great regret I decline it as there is a general election looming and timing might be misconstrued, causing embarrassment both to Govt and me,which I would much regret. pic.twitter.com/TiFD0wVPSG
— ANI (@ANI) January 26, 2019
गीता ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बड़ी बहन हैं और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक की बेटी हैं। गीता को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्म श्री के लिए चुना गया था। पद्म श्री देश का चौथा सबसे बड़े नागरिक सम्मान है। उन्होंने पिछले 40 बरसों के अपने साहित्यिक जीवन में कई उल्लेखनीय किताबें लिखी हैं। गृह मंत्रालय ने गीता मेहता को ‘फॉरनर’ कैटिगरी में अवॉर्ड दिया है। बताया जा रहा है कि वह अभी न्यूयॉर्क में हैं।