दुनिया के सबसे पुराने विमान वाहक युद्धपोत आईएनएस विराट (INS Virat) को इस साल के अंत में नेवी से बाहर कर दिया जाएगा। इसने लगभग 29 साल तक इंडियन नेवी के लिए काम किया है। मिली जानकारी के मुताबिक INS Virat को जुलाई में कोच्ची में शिपयार्ड में लाया गया था। ताकी उसकी आखिरी बार मरम्मत की जा सके। यह काम 4 सितंबर 2016 को ही पूरा हुआ था। तब से यह वहीं पर है। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के मुताबिक, INS Viraat को अब कोच्ची से मुंबई लाया जाएगा। वहां उसकी विदाई के लिए एक कार्यक्रम भी रखा गया है। इंडियन नेवी में शामिल होने से पहले INS Viraat पूरे 27 साल तक यूके रॉयल नेवी के लिए भी काम कर चुका था। 12 मई 1987 में उसे इंडियन नेवी में जगह दी गई। इस तरीके से उसका पूरा कार्यकाल 56 साल का हो गया। विश्व के सबसे पुराने युद्धपोत होने की वजह से गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी INS Viraat का नाम दर्ज है।
INS Viraat ने भारत के लिए काफी बड़ी जंगों में हिस्सा लिया है। इसमें 1989 में हुआ ऑपरेशन जुपिटर भी शामिल है। इसके अलावा इसने ऑपरेशन पराक्रम और ऑपरेशन विजय में भी अहम भूमिका अदा की है। INS Viraat का आखिरी बार इस्तेमाल फरवरी 2016 में ही किया गया था। गौरतलब है कि इससे पहले INS Vikrant को भी रिटायर किया जा चुका है। उसके मलबे का इस्तेमाल बजाज कंपनी ने बाइक बनाने में किया था। INS Vikrant से बनी वे बाइक लोगों के बीच काफी मशहूर हैं।