इस परियोजना के तहत चार धाम का सफर करने वाले यात्रियों को आने व जाने के लिए दो तरफा मार्ग उपलब्ध हो सकेगा। केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय के मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि मंत्रालय ने चार धाम परियोजना को जल्द पूर्ण करने के लिए काम शुरू कर दिया है।

मंत्रालय के मुताबिक, यह काम तकनीकी बाधाओं की वजह से फंसा हुआ था और सर्वोच्च अदालत की निगरानी समिति की निगरानी में इस काम को किया जा रहा है। योजना में चार धाम के लिए 53 परियोजनाओं के तहत करीब 825 किलोमीटर लंबी योजना पर काम पूर्ण किया जाना है। मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, करीब तीन साल देरी इस परियोजना में हो चुकी है और अब इसकी सभी तकनीकी दिक्कतों को दूर किया जा चुका है, संभावना जताई जा रही है निगरानी समिति की मदद इस परियोजना को पूर्ण कर लिया जाएगा।

तकनीकी कार्य की शुरुआत मंत्रालय ने धरासू से यमुनोत्री की ओर रुद्र प्रयाग से केदार नाथ के बीच के मार्ग पर की है। योजना के तहत एकतरफा मार्ग को दो तरफा मार्ग में बदला जाना है। योजना के पहले चरण में इस हिस्से के ही पूर्ण होने की संभावना जताई जा रही है। मंत्रालय के मुताबिक इस कार्य का मार्च 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। इससे ऋषिकेश, बद्रीनाथ, रुद्र प्रयाग और केदारनाथ धाम की राह आसानी होगी।

मंत्रालय ने चीन सीमा से ऋषिकेश – गंगोत्री मार्ग पर भी कार्य की शुरुआत कर दी है। सर्वोच्च अदालत की मंजूरी के बाद यह पहल की गई है। चार धाम परियोजना में सबसे अधिक दिक्कतें जमीन अधिग्रहण से थी। यह मामला अदालत तक भी पहुंचा था। इसके बाद ही योजना को पूर्ण करने के लिए अदालत ने एक विशेष निगरानी समिति बनाई है।

समिति का कार्य परियोजना में आने वाली छोटी – छोटी परेशानियों को दूर करना है। इस परियोजना के पूर्ण हो जाने से सबसे अधिक लाभ केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को होगा। अभी सड़क मार्ग से जाने वाले यात्रियों को इस मार्ग पर घंटों भीषण जाम में फंसना पड़ता है।

मंत्रालय की मई तक की रपट बताती है कि यह परियोजना अब तक करीब 72 फीसद तक पूर्ण हुई है, जो कि पूरे मार्ग पर टुकड़ों में है। इस पूर्ण परियोजना पर कुल करीब 12595 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च होने का अनुमान है।

बनेगा ऋषिकेश बाईपास, शुरू हो गई है तैयारी

चार धाम की यात्रा को सुगम बनाने और ऋषिकेश को जाम से बचाने के लिए एक नया बाईपास तैयार होगा। बाईपास मार्ग मुख्य ऋषिकेश क्षेत्र को हर दिन लगने वाले घंटों के जाम से बचाएगा। मार्ग के लिए केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। अब मंत्रालय इस परियोजना की विस्तृत कार्य योजना तैयार कर रहा है। यह मार्ग करीब सत्रह से अठारह किमी लंबा होगा। इसे नेपाली पार्क से शुरू किया जाएगा और यह रामपुर फाटक से होते हुए डकराल चौक से होकर गुजरेगा।