कोरोना के संक्रमण का आंकड़ा सैकड़ों की हदों को तोड़कर हजारों में पहुंच गया है। बढ़ते आंकड़े ने दिल्ली वालों की चिंता बढ़ा दी है। यही वजह है कि अब गृहणियों ने घर का काम संभालने के बाद क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के खिलाफ मुहिम शुरू कर दी है। ये महिलाएं परिवार के बाद मोहल्ले का सुरक्षा कवच बनी हैं। यह पहल राणा प्रताप बाग में शुरू की गई है।

ये महिलाएं हर दिन अपने आस पड़ोस में सेनेटाइजेशन (विषाणुनाशक) के लिए सुबह – शाम मशीनों के साथ निकलती हैं। गृहिणी रेनू गोयल बताती हैं कि वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ सेनेटाइजेशन के लिए पिछले तीन दिन से पड़ोस में जाती हैं। आज उन्होंने सेनेटाइजर की मदद से मोहल्ले भर में 50 से अधिक घरों में उनके हैंडिल और गेट को सेनेटाइज किया है। गृहिणी दीपा गोयल ने बताया कि टीम बनाने की वजह यह है कि संक्रमण प्रतिदिन होता है। इसलिए हर दिन स्वच्छता जरूरी है।

इसके लिए आरडब्लूए की मदद से छिड़काव की मशीनें भी खरीदी गई हैं। आजकल मंदिर भी बंद हैं, हम मंदिर के गेट और आसपास लगी ऐसी चीजों पर भी दवा का छिड़काव कर रहे हैं। गृहिणी शारदा सिंघल ने बताया कि सेनेटाइजर मशीनों के साथ एक टीम की तरह इलाके में चलते हैं। घर में प्रवेश से पहले हर कोई घंटी और कुंडी को छूता है। इसलिए ऐसे गेट पर सेनेटाइजर का प्रयोग कर उन्हें साफ कर देते हैं।

रश्मी सिंघल बताती हैं कि इस समय आर्थिक संकट की वजह से अपनी 3 घरेलू सहायिकाओं की मदद कर रही हैं। सोनल अग्रवाल बताती हैं कि हमारी टीम प्रतिदिन मास्क व सेनेटाइजर भी लेकर चलती है।