जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया है। जगदीप धनखड़ ने सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही में हिस्सा लिया था लेकिन देर रात को उनकी तरफ से जारी किए गए पत्र में इस्तीफे की वजह खराब स्वास्थ्य को बताया गया। अपने पत्र में उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और संसद सदस्यों के सहयोग व स्नेह के लिए गहरा आभार व्यक्त किया है। उन्होंने 11 अगस्त 2022 को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली थी, उनका कार्यकाल अगस्त, 2027 तक था।
हाल में जगदीप धनखड़ की दिल्ली स्थित AIIMS में एंजियोप्लास्टी हुई थी। राज्यसभा के सभापति के रूप में अपने कार्यकाल में, धनखड़ का विपक्ष के साथ कई बार टकराव हुआ, जिसने उन पर महाभियोग चलाने का प्रस्ताव भी पेश किया था। उन्हें हटाने का प्रस्ताव, बाद में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने खारिज कर दिया था। यह प्रस्ताव स्वतंत्र भारत में किसी वर्तमान उपराष्ट्रपति को हटाने का पहला मामला था।
जगदीप धनखड़ ने अपने पत्र मेंं राष्ट्रपति से कहा – स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया और कहा कि वह तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यहां पढ़िए उनका पत्र
