Tectonic Plates Myanmar-Thailand: शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 और 6.4 तीव्रता के लगातार दो ताकतवर भूकंप आए। भूकंप के तेज झटके थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी महसूस किए गए। भूकंप की वजह से बैंकॉक में एक ऊंची इमारत ढह गई और सरकार को आपातकाल घोषित करना पड़ा। इसके अलावा मेट्रो और रेल सेवाओं को भी बंद करना पड़ा।

इसके साथ ही मेघालय और पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि भूकंप के कारण बैंकॉक में निर्माणाधीन विशाल इमारत ढह गई। भूकंप की वजह से कई लोगों की मौत हो गई जबकि बड़ी संख्या में लोग मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। आइए, इस पर बात करते हैं कि भूकंप क्या है, भूकंप किस वजह से आता है और हमें भूकंप के झटके क्यों महसूस होते हैं?

LIVE: म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप से तबाही, आपातकाल घोषित

भूकंप को आप आसान भाषा में इस तरह समझ सकते हैं कि जमीन की सतह के नीचे होने वाली हलचलों की वजह से जो तेज कंपन पैदा होता है, उसे ही भूकंप कहते हैं। United States Geological Survey (USGS) के मुताबिक, ऐसा तब होता है जब धरती के दो ब्लॉक अचानक से एक दूसरे के ऊपर खिसक जाते हैं। इससे होता यह है कि जमा हुई ऊर्जा भूकंपीय तरंगों के रूप में बाहर निकलती है। यह तरंगें पृथ्वी में फैल जाती हैं और इस वजह से जमीन हिलती है।

धीमी गति से हिलती रहती हैं टेक्टोनिक प्लेट्स

पृथ्वी की सबसे बाहर वाली सतह, जिसे crust कहते हैं, यह टेक्टोनिक प्लेटों में बंटी हुई है। यह टेक्टोनिक प्लेट फॉल्ट्स से बनी होती हैं। इन प्लेटों के किनारों को plate boundaries कहा जाता है। टेक्टोनिक प्लेट्स लगातार धीमी गति से हिलती रहती हैं। ये एक-दूसरे के पास से खिसकती और टकराती भी हैं। चूंकि प्लेटों के किनारे काफी खुरदुरे होते हैं, इसलिए वे आपस में चिपक जाते हैं जबकि प्लेट का बाकी हिस्सा हिलने वाली स्थिति में रहता है।

भूकंप से थर्राया म्यांमार, झटकों से कांपा बैंकॉक

भूकंप तब आता है जब प्लेटें काफी दूर तक खिसक जाती हैं और किसी एक फॉल्ट पर ये किनारे अलग हो जाते हैं। जमीन की सतह के नीचे वह जगह जहां से भूकंप शुरू होता है, उसे hypocenter कहा जाता है और जमीन की सतह पर इसके ठीक ऊपर की जगह को epicentre कहा जाता है।