Manipur Violence: मणिपुर हिंसा के एक साल बीतने के बाद भी अभी तक पूर्वोत्तर के इस राज्य में शांति बहाल नहीं हो सकी है। लगातार सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। सोमवार को मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में एक पूर्व सैनिक मृत मिला है। इस बात की जानकारी पुलिस ने दी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह पूरा का पूरा मामला कांगपोकपी जिले के मोटबुंग का है। यहां पर लालबोई माटे का शव खून से लथपथ मिला है।

पुलिस को सैनिक की हत्या के बारे में जानकारी स्थानीय लोगों ने दी थी। उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि उसकी मौत अज्ञात बदमाशों के हमले की वजह से हुई है। पुलिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जिरीबाम में जो पांच लोग मारे गए हैं उन सभी की पहचान कर ली गई है। इनमें से तीन लोग तो उग्रवादी समूह से ही जुड़े हुए थे। वहीं एक गांव का ही स्वयंसेवक था और एक बुजुर्ग शख्स थे। पुलिस के बयान के मुताबिक, एक शख्स की सोते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई।

छात्रों ने मुख्यमंत्री सचिवालय और राजभवन के बाहर किया प्रदर्शन

मणिपुर में ड्रोन और मिसाइल हमलों के खिलाफ छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सचिवालय और राजभवन के बाहर प्रदर्शन किया है। छात्र हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बता दें कि मणिपुर में पिछले दिनों ड्रोन से विस्फोटक गिराए गए थे। इसमें दो लोगों की जान चली गई थी और दस से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इतना ही नहीं छात्रों ने इस तरह की स्थिति से सख्ती से नहीं निपटने के लिए चिंता भी जाहिर की है।

मणिपुर में बढ़ती हिंसा के बीच विधायकों से मिले सीएम बीरेन सिंह, राज्यपाल से भी की मुलाकात

प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बाद में सीएम एन बीरेन सिंह और राज्यपाल एल आचार्य से मुलाकात की थी। जो भी छात्र आचार्य से मिले उन्होंने बताया कि हिंसा पर काबू पाने में नाकामी के लिए डीजीपी को पद से हटाए जाने की मांग की रखी है। छात्रों ने पूरी कमान सीआरपीएफ के पूर्व डीजी कुलदीप सिंह से लेकर सीएम एन बीरेन सिंह के हाथों में भी सौंपने के लिए कहा है।

हम आराम से पढ़ाई करना चाहते हैं- कॉलेज छात्र

मुख्यमंत्री से मिलने वाले कॉलेज छात्र एम सनथोई चानू ने बताया कि हम बिना किसी परेशानी के आराम से पढ़ाई करना चाहते हैं। हमने सीएम से जल्द से जल्द संघर्ष को खत्म करवाने का आग्रह किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमने किसी भी तरह के अलग प्रशासन का विरोध करते हुए एक रैली निकाली। इसी तरह काकचिंग जिले में हजारों लोगों ने संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा नागरिकों की हत्या के विरोध में एक बड़ी रैली निकाली।