संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है और अनुमान के मुताबिक पहले ही दिन जमकर बवाल देखने को मिला। राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक बयान पर विवाद छिड़ गया है। असल में अपने संबोधन के दौरान खड़गे ने पूर्व राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ा का जिक्र किया। उन्होंने उनका नाम तो नहीं लिया, लेकिन निशाना वहीं रहा। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके बयान पर आपत्ति दर्ज करवाई और खड़गे से माफी मांगने की अपील की।

असल में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि आशा है कि आप (सभापति सी.पी. राधाकृष्णन) इसे गलत नहीं समझेंगे, लेकिन मुझे आपके पूर्ववर्ती राज्यसभा चेयरमैन के अचानक पद छोड़ने का उल्लेख करना जरूरी लग रहा है। यह खेद की बात रही कि सदन उन्हें औपचारिक रूप से विदाई भी नहीं दे सका। इसके बावजूद, विपक्ष की ओर से मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य और सुखद भविष्य की कामना करता हूं। खड़गे के इस बयान पर ही राज्यसभा में हंगामा छिड़ गया और बीजेपी ने आपत्ति दर्ज करवाई।

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने निशाना साधते हुए कहा कि हमें सम्मान कार्यक्रम की गरिमा बनाए रखनी चाहिए, और अच्छा होगा अगर हम उसी हिसाब से इस पर चर्चा करें। अगर हम उस मुद्दे पर चर्चा करना शुरू कर दें जो हमारे विपक्ष के नेता ने आज उठाया विदाई, और बाकी सभी विषय, तो मुझे लगता है कि यह बेमतलब है। यहां से यह भी चर्चा होगी कि आपने उनके खिलाफ एक बार नहीं बल्कि दो बार अविश्वास प्रस्ताव लाया

नड्डा ने आगे बोला कि मुझे लगता है कि हमारे विपक्ष के नेता बहुत सम्मानजनक हैं। बिहार, हरियाणा और महाराष्ट्र में हार से आपको बहुत दर्द हुआ है। लेकिन आपको अपना दर्द और तकलीफ किसी डॉक्टर को बतानी चाहिए। समय आने पर आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

जेपी नड्डा के अलावा मल्लिकार्जुन खरगे को जवाब देते हुए पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्टर किरेन रिजिजू ने कहा कि मैं बस हाउस को याद दिलाना चाहता हूं कि आप भूल गए हैं कि आपने पूर्व वाइस प्रेसिडेंट और पूर्व चेयरमैन का अपमान करने के लिए किस भाषा का इस्तेमाल किया था। आपने पूर्व चेयरमैन के बारे में जो बुरे शब्द इस्तेमाल किए थे। आपने जो रिमूवल मोशन दिया था, उसकी एक कॉपी अभी भी हमारे पास है।

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