भारत को मिसाइल टेक्नॉलोजी कंट्रोल रिजीम (MTCR) में सदस्‍यता मिल चुकी है। इसमें शामिल होने की खुशी भी भारत के लिए NSG में शामिल होने के बराबर ही है। यह ग्रुप चार बड़े संगठनों में से एक है जिसका भारत हिस्सा बनना चाहता है। आने वाले वक्त में भारत की निगाहें NSG, Australia Group और Wassenaar Arrangement पर रहेंगी। MTCR में शामिल होने के कई फायदे हैं। इनमें से प्रमुख यह चार हैं-

1. MTCR में शामिल होने से भारत उच्‍चस्‍तरीय मिसाइल तकनीक खरीद सकेगा।
2. आतंरिक सुरक्षा के लिए सर्विलांस ड्रोन्‍स भी खरीदे जा सकेंगे।
3. ऐसा पहली बार होगा कि अब भारत अपनी बनी मिसाइल को किसी देश को बेच भी सकेगा। जैसे हाल में भारत ने रूस के साथ मिलकर सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रहमोस’ बनाई है।
4. MTCR का सदस्‍य बनने पर भारत को कुछ नियमों का पालन करना पड़ेगा जैसे अधिकतम 300 किलोमीटर से कम रेंज वाली मिसाइल बनाना, ताकि हथियारों की होड़ को रोका जा सके।

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(फोटो-विकीपीडिया)

इसके अलावा भारत को विकसित देशों के साथ मिलकर नई तकनीक और नई बातें जानने का मौका तो मिलेगा ही।