झारखंड का जामताड़ा जिला कुछ गलत कारणों की वजह से पिछले कई सालों से चर्चा में बना हुआ है। साइबर के जितने भी बड़े अपराध होते हैं, उसके तार हर बार जामताड़ा से जुड़ जाते हैं। अभी भी जामतड़ा के ही ये शातिर अपराधी लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अपना अड्डा बदल लिया है। बंगाल का आसनसोल अब जामताड़ा बन चुका है। यहां से साइबर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है, अलग-अलग मैसेज के जरिए लोगों को लूटने का पूरा इंतजाम किया जा रहा है।
कैसे दिया जा रहा धोखा?
इस समय लोगों को अपने फोन में दो मैसेज जरूर आ रहे हैं, एक ये कि आपका बिलजी कनेक्शन कटने वाला है और दूसरा वर्क फ्रॉम होम को लेकर। इन दोनों ही मैसेज में एक बात कॉमन है, बड़े स्तर पर ठगी। अगर बिजली वाले मैसेज पर क्लिक किया जाए तो भी अकाउंट खाली होने का डर है और अगर वर्क फ्रॉम होम वाले लिंक पर क्लिक किया जाए तो भी फोन का सारा डेटा इन जालसाजों के पास पहुंच सकता है। लेकिन अब क्योंकि लोग जागरूक हुए हैं और पुलिस ने जामताड़ा से कई युवकों को गिरफ्तार किया है, ये ठगी वाला कारोबार शिफ्ट हो गया है।
अपराधी की जुबानी, जुर्म की कहानी
एक मीडिया पोर्टल से बात करते हुए साइबर अपराधी ने इस पूरी धोखाधड़ी को डीकोड करने का काम कर दिया है। उसने कहा है कि जब से उसके कुछ साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, उसने ये काम छोड़ दिया। इस बात पर भी जोर दिया गया कि लोगों का डर दिखाकर पैसे लूटे जाते हैं, किसी को लालच दिया जाता है तो किसी को धमकाया जाता है। एक और साइबर अपराधी ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि जामताड़ा में अब काम करना काफी मुश्किल हो गया है। ऐसी स्थिति बन गई है कि पुलिस हर कॉल पर नजर रख रही है।
बताया जा रहा है कि आसनसोल में इन अपराधियों के कई रिश्तेदार रहते हैं, ऐसे में वे आसानी से एक दूसरे राज्य से अपने धंधे को संचालित कर पाते हैं।