कश्मीर में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर चिंता जताते हुए विदेश राज्यमंत्री जनरल (रिटा.) वीके सिंह ने लोगों से सहयोग की अपील की है। हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को भारतीय सेना द्वारा मार गिराए जाने के बाद घाटी में हिंसा फैली हुई है। सिंह ने कहा कि कुछ अवांछित तत्व कश्मीरियों को भड़का रहे हैं। एक बयान जारी कर सिंह ने घाटी के लोगों से भीड़ से बाहर निकलकर भारत की ‘महागाथा’ का हिस्सा बनने का आह्वान किया है। वीके सिंह ने कहा, ”कश्मीर हमेशा हमारा रहेगा और इस सोच में 1947 के बाद से कोई बदलाव नहीं आया है, न ही आएगा। 2004 में, हमारे प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत की सीमाएं किसी भी दशा में बदली नहीं जाएंगी, लेकिन अंतर्देशीय यातायात की इजाजत दी जाएगी। जितनी जल्दी आप यह तथ्य स्वीकार कर लें, स्थितियां उतनी जल्दी बेहतर हो पाएंगी।”
सिंह ने अपने बयान में आगे कहा, ”हमारा सहयाेग कीजिए ताकि हम आपकी मदद कर सकें। पूरी दुनिया भारत की ताकत जानती है और यह भी जानती है कि भविष्य में भारत को विशेष पहचान मिलेगी। क्या आप भारत की इस महा-गाथा का हिस्सा बनना चाहते हैं? यह मेरी गुजारिश है कि आप भीड़ से बाहर निकलें और अपने भविष्य की दिशा तय करें।” सिंह ने कहा कि सभी को कश्मीर घाटी के वर्तमान हालातों के बारे में अच्छे से पता है। सिंह ने कुछ लोगों के वानी को शहीद बताने और उसकी मौत पर मातम मनाने पर बेचैनी जाहिर की। उन्होंने कहा, ”वे लोग कश्मीर के लोगों की आवाज जबरदस्ती दबाने को लेकर केन्द्र और राज्य सरकारों को दोषी ठहराने लगे हैं। वे यह भी कह रहे हैं सेना और पुलिस सरकार के मुखपत्र हैं।”
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सिंह ने कहा कि ”जो लोग जुलूसों और दंगों में हिस्सा लेने के लिए उन्हें भड़काते हैं, वे कश्मीर के लोगों के प्रति जवाबदेह हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने एक बयान में कहा था कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के आतंकवादियों की लगातार तारीफ से पता चलता है कि पाकिस्तान की सहानुभूति किसकी तरफ है।