विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह उस समय नये विवाद में फंस गये जब उन्होंने यमन से लोगों को निकालने के अभियान की तुलना हाल में पाकिस्तानी मिशन के अपने दौरे से कर दी। उन्होंने बाद में एक टीवी चैनल के खिलाफ व्यंग्यात्मक टिप्पणी की।
भारतीयों को निकालने के अभियान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने जिबूती में कहा, ‘‘सच बताऊं तो यमन में (बाहर निकालने का) अभियान पाकिस्तानी दूतावास जाने से कम रोमांचक है।’’
कांग्रेस सहित राजनीतिक दलों की ओर से उनकी टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया आने पर उन्होंने एक टीवी चैनल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कल देर रात एक ट्वीट में कहा, ‘‘दोस्तों आप ‘प्रेसटीट्यूट्स’ से क्या उम्मीद करते हैं?’’
Friends what do you you expect from presstitutes. Last time Arnab thought there was ‘O’ in place of ‘E’ #TimesNowDisaster
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) April 7, 2015
उन्होंने कहा कि पिछली बार टीवी एंकर ने सोचा कि स्पेलिंग में ‘ई’ की जगह ‘ओ’ है। हालांकि अधिकारियों ने यहां कहा कि मंत्री व्यंग्य कस रहे थे और उनकी टिप्पणियां मीडिया के संबंध में थीं।