Shaheen Bagh, Republic Day VIDEO: दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में चल रहे नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन में लोगों ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर तिरंगा फहराया। यहां पिछले करीब डेढ़ महीने से सीएए और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC) के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। झंडारोहण के मौके पर JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद भी मौजूद थे। इस दौरान भारी भीड़ उमड़ी और एक साथ राष्ट्रगीत जन गण मन गाकर गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया।
गणतंत्र दिवस पर शाहीन बाग़ में जश्न: यहां प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ उमड़ी, जिसने Citizenship Amendment Act, NRC और NPR का जमकर विरोध करते हुए गणतंत्र दिवस मनाया। इस मौके पर जेएनयू के पूर्व छात्र औउमर खालिद भी घटनास्थल पर मौजूद रहे। शाहीन बाग़ में 80 फुट ऊंचाई पर 45 फुट लंबा तिरंगा बुजुर्ग महिलाओं ने फहराया। बताया जा रहा है कि इस बीच करीब 10 लाख लोगों ने एक साथ राष्ट्रगीत जन गण मन गाकर विश्व के किसी भी राष्ट्रगान को एक साथ गाए जाने वाले रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश की। इस बीच शाहीन बाग में आज सुबह 9.30 बजे करीब 10 लाख लोग एक साथ राष्ट्रगीत जन गण मन गाकर विश्व के किसी भी राष्ट्रगान को एक साथ गाए जाने वाले रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश करेंगे.
#WATCH Delhi: A huge crowd of protesters, opposing #CitizenshipAmendmentAct, National Register of Citizens (NRC) and National Population Register (NPR), gather at Shaheen Bagh to celebrate #RepublicDay . Former JNU student and activist Umar Khalid is also present at the spot. pic.twitter.com/KA6oElpzwr
— ANI (@ANI) January 26, 2020
महीने भर से जारी है प्रदर्शन: शाहीन बाग के लोगों के मुताबिक 26 जनवरी को उनका विरोध प्रदर्शन 43 दिन लंबा हो गया है। इन 43 दिनों में यहां बड़ी संख्या में लोगों को उनके आंदोलन को साथ दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना कि कोई भी इस प्रोटेस्ट का एकमात्र आयोजक नहीं हो सकता भले ही वह शरजील इमाम (विवादित बयान देने वाला) ही क्यों न हो।
CAA वापस लो: महीने भर से ज्यादा दिनों से महिलाओं ने आगे बढ़कर इस प्रदर्शन को बढ़ाने का फैसला किया था। इन महिलाओं ने CAA और NRC को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की और कहा कि CAA को वापस लेने तक यह आंदोलन जारी रहेगा। हालांकि इसको लेकर अब रास्ते बंद होने से लोगों को तकलीफ भी हो रही है। जिसकी वजह से यह मुद्दा कोर्ट तक गया था।