बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने खराब खाने के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इन वीडियो में तेज बहादुर ने अपने सीनियर अधिकारियों पर आरोप लगाया था। तेज बहादुर के बाद सेना और अर्द्धसैनिक बलों के कई और जवानों भी ऐसे ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किए। इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि तेज बहादुर की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उनके पति को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें परेशान किया जा रहा है। इसके बाद अभी एक कथित सैनिक का वीडियो सामने आया है।

वीडियो में कथित सैनिक ने एक टीवी बहस में रिटायर ले. जनरल गगनदीप बख्शी द्वारा ‘म्यूटनी’ शब्द का इस्तेमाल किए जाने पर भड़ास निकाली है। साथ ही सैनिक ने ले. जनरल बख्शी से कहा है कि भारतीय सेना के जवान देशद्रोही नहीं है, जो विद्रोह करेंगे। हालांकि, अभी वीडियो बनाने वाले सैनिक की पहचान नहीं हो पाई है।

वीडियो में कथित सैनिक ने कहा है, ‘जब जवान का खाना खराब, जली रोटी, पानी वाली दाल का वीडियो वायरल हुआ तो एक टीवी डिबेट हुई। इस टीवी बहस के बाद से रिटा. ले. जनरल बख्शी साहब ‘म्यूटनी’ का नाटक लगाए हुए हैं। बख्शी साहब ‘म्यूटनी’ अंग्रेजों की सेना और उनकी सत्ता के खिलाफ सैनिक विद्रोह का शब्द है। इतिहास गवाह है कि भारत में अंग्रेजों के खिलाफ 1857 में हुए विद्रोह के बाद अंग्रेजी अफसरों ने ‘म्यूटनी’ शब्द का इस्तेमाल करके कई भारतीय सैनिकों का कोर्ट मार्शल किया और उन्हें मौत की सजा भी दी। यह सैनिक विद्रोह ब्रिटिश हुकुमत और उनके अंग्रेजी अफसरों के भारतीय जनता और सैनिकों के प्रति अत्याचार और दमन की नीति के खिलाफ था। आज ना कोई विदेशी इस धरती पर शासन कर रहा है। ना ही भारतीय सैनिक देशद्रोही हैं जो कि सेना में विद्रोह करेंगे।’

साथ ही बख्शी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आप जैसे भारतीय काले अंग्रेज और सेना अधिकारियों की सोच की वजह से ही भारतीय सेना में कमिशन्ड अफसरों और सैनिकों के बीच की खाई और गहरी हो गई और विश्वास की खाई बढ़ती जा रही है। जांच तो आप जैसे अफसरों के खिलाफ होनी चाहिए। जिन्होंने अपने सैनिकों को सहायक, सेवादार, बैटमैन और बड्डी के नाम पर घरेलू नौकर बनाकर रखा है। रामू से बदतर हालात कर दी है। अपने सरकारी बंगले की सफाई, बच्चों को स्कूल ले जाना, मेम साहबों के कपड़े धोना, जूते पॉलिश करवाने, कुत्तों को घुमवाने, उनकी पोटी साफ करवाने, बच्चों की पोटी साफ करना जैसी ड्यूटी पर लगा रखा है। इसके बावजूद वह अपने घर की कोई समस्या बताता है तो उसे छुट्टी नहीं मिलती।’