विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) के उम्मीदवार वेंकैया नायडू से टीवी चैनल पर बातचीत करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने राज्य सभा टीवी को एक पत्र भी लिखा है। पत्र में गोपालकृष्ण गांधी ने साफ कहा है कि वह पैनल डिसकशन होगा कोई डिबेट नहीं। गोपालकृष्ण गांधी ने तर्क दिया है कि इस प्रोग्राम को देखने वाले दर्शकों को भी बहुत ही नई जानकारी मिलेंगी। पत्र में गोपालकृष्ण गांधी ने लिखा है, ‘मेरी इच्छा है कि राज्य सभा टीवी पैनल डिसकशन करवाए। यह डिबेट ना होकर बातचीत होनी चाहिए।’
गोपालकृष्ण ने लिखा राज्यसभा टीवी द्वारा किसी भी एंकर की अगुवाई में मेरे और वेंकैया नायडू के बीच बातचीत कराई जाए। अपने इस पत्र में गोपालकृष्ण ने आगे लिखा कि यह विचार-विमर्श आपसी समझदारी पर होना चाहिए न कि पार्टी राजनीति और व्यक्तिगत से ऊपर उठकर। पहले से रिकॉर्ड किए जाने वाले इस विचार-विमर्श में दोनों के बीच सम्मान और दोस्ती दिखनी चाहिए, जो कि 5 अगस्त, 2017 को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनावों में सांसद नायडू की मदद कर सके। वैसे यह कहना अनावश्यक है कि यह बड़े पैमाने पर जनता के लिए बहुत रुचि पैदा करेगा।
गोपालकृष्ण गांधी से पहले 1987 में राष्ट्रपति उम्मीदवार जस्टिस वीआर कृष्ण अय्यर ने कांग्रेस उम्मीदवार आर वेंकटरमन और तीसरे उम्मीदवार मिथिलेश कुमार सिन्हा के साथ दूरदर्शन और एआईआर पर साथ में इंटरव्यू कराने का सुझाव दिया था ताकि तीनों साथ में बैठकर अपना-अपना दृष्टिकोण रख सकें लेकिन तत्कालीन केंद्र सरकार ने उनके इस सुझाव को ठुकरा दिया था। खैर उस समय तो सुझाव को ठुकरा दिया गया था लेकिन अब यह देखना बहुत ही दिलचस्प होगा कि क्या राज्यसभा टीवी गोपालकृष्ण गांधी के इस सुझाव को मानता है या नहीं और अगर मानता है तो वेंकैया नायडू और गोपालकृष्ण गांधी के बीच होने वाली डिबेट को देखना बहुत ही रोचक होगा।