हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) में अशांति के मद्देनजर इसके कुलपति अप्पा राव पोडिले ने विश्वविद्यालय में कामकाज को सुचारू तौर पर चलाने के लिए अभिभावकों और छात्रों का सहयोग मांगा। अप्पा राव ने एचसीयू छात्रों के अभिभावकों के लिए जारी की गई एक अपील में कहा ‘‘ विश्वविद्यालय प्रशासन आपका सहयोग चाहता है और गुजारिश करता है कि आप अपने बच्चे को ऐसी किसी गतिविधि से बचने की सलाह दें जिससे उस संस्थान की प्रतिष्ठा प्रभावित होती हो जहां से वे स्नातक की उपाधि लेना चाहते हैंं।’’
राव ने कहा कि विश्वविद्यालय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध था और हमेशा रहेगा। यहां मतभेद और मत भिन्नता को हतोत्साहित नहीं किया जाता , लेकिन विश्वविद्यालय तोड़फोड़ करने और अनुशासनहीनता के अन्य कृत्यों को निश्चित तौर पर हल्के में नहीं लेता है।
वह 22 मार्च को छात्रों के एक वर्ग द्वारा कुलपति के लॉज में तोड़फोड़ की घटना का हवाला दे रहे थे। रिसर्चर रोहित वेमुला की 17 जनवरी को खुदकुशी के बाद हुए आंदोलन को देखते हुए वह छुट्टी पर चले गए थे और उन्होंने 22 मार्च को दोबारा अपना पदभार ग्रहण किया था।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने प्रशासन के सभी स्तरों पर शिकायत निवारण के लिए तंत्र स्थापित किया हुआ है। हम आपसे आग्रह करते हैं कि अपने बच्चे के संपर्क में रहें और अगर उन्हें अपने विभाग में किसी तरह की जरूरत हो तो उन्हें उस तंत्र के माध्यम से अपनी शिकायत का निवारण कराने के लिए प्रोत्साहित करें।
राव ने कहा कि छात्रों को अपने गुरूओं प्रमुखों के पास जाकर किसी भी चिंता या परेशानी पर उनसे बात करने के लिए स्वतंत्र महसूस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अभिभावकों को फिर से आश्वस्त करना चाहते हैं कि विश्वविद्यालय हमेशा से छात्रों के साथ है और उनके प्रति अपनी जिम्मेदारी से भागेगा नहीं।
राव ने कहा कि मौजूदा सेमेस्टर खत्म होने के करीब है और अंतिम सेमेस्टर की परिक्षाएं जल्द शुरू होने वाली हैं। इसके बाद, छात्र स्नातक हो जाएंगे और एक सार्थक जीवन की तलाश में इस दुनिया में कदम रखेंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय के सुचारू संचालन के लिए अभिभावकों खासतौर पर छात्रों का सहयोग मांगा।
कुलपति के लॉज में तोड़तोड़ करने और पुलिसकर्मियों पर पथराव करने के मामले में एचसीयू के गिरफ्तार 25 छात्र और दो संकाय स्टाफ यहां जेल में बंद है। रोहित की मां राधिका और भाई राजा ने एचसीयू के कई शिक्षकों और अभिभावकों के साथ गिरफ्तार किए सभी लोगों को कल बिना शर्त तुरंत रिहा करने और उन पर से मामले वापस लेने की मांग की थी। उन्होंने पोडिले की भी तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि उनके खिलाफ रोहित को खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज होना चाहिए।