पद्मावती विवाद पर जहां एक तरफ संसदीय समिति ने गुरुवार (30 नवंबर) को फिल्म के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली और सेंसर बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी को तलब किया है, वहीं दूसरी तरफ विश्व हिन्दू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया ने धमकी दी है कि अगर विवादित फिल्म को बैन करने के मामले में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अविलंब हस्तक्षेप नहीं किया तो विश्व हिन्दू परिषद के लोग देश भर के सारे सिनेमा हॉल को जला देंगे। तोगड़िया ने कहा कि फिर लोग कहां और किस सिनेमा हॉल में फिल्म देखेंगे। उन्होंने कहा कि यह कानून-व्यवस्था का सवाल नहीं बल्कि हमारे हिन्दू धर्म से जुड़ी आस्था का सवाल है।
उधर, सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने लोकसभा की एक समिति से मुलाकात की और उन्हें पद्मावती विवाद पर रुख स्पष्ट किया कि अभी तक सेंसर बोर्ड ने फिल्म को हरी झंडी नहीं दी है। सूत्रों के मुताबिक जोशी ने समिति से सिर्फ इतना कहा कि सेंसर बोर्ड ने फिलहाल फिल्म का ट्रेलर और प्रोमो रिलीज की ही अनुमति दी है। माना जा रहा है कि जोशी समिति के सदस्यों को यह बताने में कारगर रहे हैं कि फिल्म को पहले एक्सपर्ट्स को दिखाया जाएगा। उनसे हरी झंडी मिलने के बाद ही रिलीज की मंजूरी दी जाएगी। आईटी पर बनी एक संसदीय समिति में भी आज जोशी की पेशी होनी है।
VHP leader Praveen Togadia issues fresh threat, says 'Centre must intervene to ban film. Otherwise will burn down all cinema halls'#BhansaliSummoned pic.twitter.com/n0BB2XdCTV
— TIMES NOW (@TimesNow) November 30, 2017
बता दें कि दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर फिल्म पद्मावती का राजपूत करणी सेना लगातार विरोध कर रही है। करणी सेना व अन्य राजपूत समुदायों की ओर से फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है। उनका दावा है कि फिल्म में इतिहास को विकृत करके पेश किया गया है। फिल्म के कुछ दृश्यों, जिनमें फिल्म में पद्मावती का किरदार निभा रही अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की ओर से पेश नृत्य भी शामिल है, से राजपूत समुदाय के लोग नाराज हैं।