शिवसेना के संस्थापक रहे बाला साहेब ठाकरे की 94वीं जयंती पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) का नया झंडा जारी कर दिया गया। झंडे के लिए भगवा रंग का इस्तेमाल किया गया है। एमएनएस प्रमुख और बाला साहेब के भतीजे राज ठाकरे ने हिन्दुत्व एजेंडे से पार्टी का मेकओवर किया है। पुराने झंडे में नीले, हरे और केसरिया बैंड और ट्रेन के इंजन की तस्वीर थी। नए झंडे में शिवाजी महाराज के समय में इस्तेमाल होने वाली राजसी मुहर लगाई गई है। इस बदलाव से राजनीतिक गलियारों में पार्टी की विचारधारा के संभावित बदलाव को लेकर चर्चा हो रही है।

ठाकरे ने उपनगरीय गोरेगांव में पार्टी के अधिवेशन के दौरान नया झंडा जारी किया। अधिवेशन के मंच पर हिन्दूवादी विचारक वी डी सावरकर की तस्वीर भी मंचर पर रखी हुई थी। मंच पर सावरकर के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज, बी आर आंबेडकर और प्रबोधनकार ठाकरे की भी तस्वीर थी। इस दौरान अधिवेशन में शामिल हुए लोगों के हाथों में नया झंडा दिखाई दिया। पार्टी में करीब 14 साल बाद यह बदलाव हुआ है। राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होने के बाद 2006 में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बनाई थी।

शिवसेना के कांग्रेस, एनसीपी के साथ गंठबंधन के बाद सरकार गठन से उसकी हिंदूत्व विचारधारा को नुसकसान पहुंचा है। ऐसे में एमएनएस के सामने हिन्दुत्व एजेंडे के तहत खुद को सवारने और जनता के बीच अपनी छाप छोड़ने का सुनहरा अवसर है। इसी फायदे को देखते हुए पार्टी में बदलाव किया जा रहा है। शिवसेना के एनडीए से अलग होने के बाद बीजेपी हिंदुत्व के अपने एजेंडे और शिवसेना के रिप्लेसमेंट के लिए एमएनएस को बेहतरीन विकल्प मान रही है।

बीते एक महीने के दौरान राज ठाकरे पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आशीष शेलार से मुलाकात कर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी के साथ नजदीकी बढ़ने से आने वाले समय में राज ठाकरे की पार्टी में कुछ और चौंकाने वाले बदलाव हो सकते हैं।