Vaishno Devi Katra Ropeway Controversy Explained: वैष्णो देवी के लिए तैयार होने वाले रोप वे प्रोजेक्ट को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। व्यापारियें के कई संगठन इस प्रोजेक्ट के खिलाफ सड़कों पर उतरे हुए हैं। उन्हें लग रहा है कि इस एक प्रोजेक्ट की वजह से उनका कारोबार चौपट हो जाएगा, उनकी आमदनी कम रह जाएगी। ऐसे में सवाल यही है- श्रद्धालुओं की सुविधा ज्यादा जरूरी या कई दूसरे लोगों का रोजगार बचाना प्राथमिकता? इस रोप वे प्रोजेक्ट से जुड़े हर सवाल का जवाब यहां जानते हैं-
वैष्णोदेवी कटरा रोप वे प्रोजेक्ट क्या है?
असल में अगर किसी श्रद्धालु को वैष्णो देवी मंदिर जाना होता है तो 6 से 7 घंटे का पैदल मार्च रहता है। मंदिर तक का रास्ता कुल 14 किलोमीटर का बताया जाता है। लेकिन अगर यह रोप वे प्रोजेक्ट बन जाता है तो सिर्फ 1 घंटे के अंदर में वैष्णो देवी मंदिर तक पहुंचा जा सकेगा। इस प्रोजेक्ट को बनाने में 300 करोड़ रुपये लग रहे हैं, इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया जा रहा है।
इस बारे में श्री माता वैष्णोदेवी श्रीन बोर्ड चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अंशुल गर्ग का कहना है कि रोप वे प्रोजेक्ट के बाद कटरा से सांझी छत तक की दूरी मात्र 6 मिनट की रह जाएगी। उसके बाद सिर्फ 30 से 35 मिनट चलकर मंदिर पहुंचा जा सकेगा। बताया जा रहा है कि 2026 तक इस रोप वे प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा, एक बार में 1000 श्रद्धालुओं को यह ले जा सकेगी।
प्रोजेक्ट का विरोध क्यों हो रहा है?
कटरा और बाणगंगा के दुकानदारों और होटल वालों ने इस रोप वे प्रोजेक्ट का सबसे ज्यादा विरोध किया है। उनके अलावा पिट्ठू का काम करने वाले लोग भी इस प्रोजेक्ट से नाराज बताए जा रहे हैं। वहीं इस बारे में कटरा व्यापार मंडल का कहना है कि छोटे व्यापारियों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। पीडीपी नेता और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी इन प्रदर्शन कर रहे लोगों से मुलाकात की है, उन्होंने एलजी से अपील की है कि वे इन लोगों की परेशानी को भी समझें।
पूर्व सीएम ने इस बात पर जोर दिया कि वैष्णो देवी को एक धार्मिक स्थल रहने दिया जाए, इसे पर्यटन स्थल बना बनाया जाए।
श्री माता वैष्णो देवी श्रीन बोर्ड ने क्या बोला?
बोर्ड का कहना है कि इस एक प्रोजेक्ट की वजह से त्रिकुटा चोटी का खूबसूरत नजारा देखने को मिलेगा। इसके ऊपर जो बुजुर्ग या बीमार लोग अभी वैष्णो देवी के दर्शन नहीं कर पाते हैं, उन्हें भी काफी आराम हो जाएगा। यहां तक बोला गया है कि इस एक प्रोजेक्ट की वजह से पर्यटन बढ़ेगा और उसका फायदा व्यापारियों को भी होगा। यह अलग बात है कि बोर्ड के लोग सभी व्यापारियों से बात करने को तैयार हैं, उनकी मांगों को भी वे सुनना चाहते हैं। इस रोप वे प्रोजेक्ट के बारे में और ज्यादा डिटेल में जानने के लिए यहां क्लिक करें