केंद्र ने बुधवार को कहा कि पिछले साल सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं में सबसे ज्यादा 22 लोगों की मौत उत्तर प्रदेश में हुई। इसके बाद बिहार और महाराष्ट्र हैं जहां ऐसी घटनाओं में क्रमश: 20 और 14 लोगों की मौतें हुईं।
गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने टी एन सीमा के एक सवाल के जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने इस संबंध में आंकड़े पेश करते हुए कहा कि लोक व्यवस्था और पुलिस राज्य के विषय हैं। आंकड़ों के अनुसार 2015 में सांप्रदायिक हिंसा की सबसे ज्यादा 155 घटनाएं उत्तर प्रदेश में हुईं, जिनमें 22 लोगों की मौत हो गयी और 419 लोग घायल हो गए। बिहार में ऐसी 71 घटनाओं में 20 लोगों की मौतें हुईं। महाराष्ट्र में ऐसी 105 घटनाओं में 14 लोग मारे गए। आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में नौ लोगों की और गुजरात तथा कर्नाटक में आठ आठ लोगों की मौत हुई।