Kaushal Kishore: केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर (Kaushal Kishore) ने लोगों से अपील की कि वे अपनी बेटियों और बहनों की शादी शराबियों से न करें। उन्होंने कहा कि एक रिक्शा चालक या मजदूर, एक शराबी अधिकारी की तुलना में बेहतर दूल्हा साबित होगा। किशोर ने शनिवार को यहां लंभुआ विधानसभा क्षेत्र में नशामुक्ति पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “शराबी की उम्र बहुत कम होती है।”
बताया, शराब की लत के चलते गई थी बेटे की जान
उन्होंने अपना निजी अनुभव बताते हुए कहा, “जब सांसद के तौर पर मैं और विधायक के तौर पर मेरी पत्नी अपने बेटे की जान नहीं बचा सके तो आम जनता कैसे करेगी।” उन्होंने कहा, “मेरा बेटा (आकाश किशोर) अपने दोस्तों के साथ शराब पीने का आदी था। उसे नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। यह सोचकर कि वह बुरी आदत छोड़ देगा, छह महीने बाद उसकी शादी कर दी गई। हालांकि, उसने अपनी शादी के बाद फिर से शराब पीना शुरू कर दिया और आखिरकार उसकी मौत हो गई। दो साल पहले, 19 अक्टूबर को जब आकाश का निधन हुआ, तब उसका बेटा बमुश्किल दो साल का था।
बोले- हर साल नशे की लत के चलते 20 लाख लोग मरते हैं
कौशल किशोर ने सभा को बताया “मैं अपने बेटे को नहीं बचा सका, जिसके कारण उसकी पत्नी विधवा हो गई। आपको अपनी बेटियों और बहनों को इससे बचाना होगा।” मंत्री ने कहा, “स्वतंत्रता आंदोलन में 90 वर्षों की अवधि में 6.32 लाख लोगों ने अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी, जबकि नशे की लत के कारण हर साल लगभग 20 लाख लोग मारे जाते हैं।”
उत्तर प्रदेश में मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद ने यह भी कहा कि लगभग 80 फीसदी कैंसर से होने वाली मौतें तंबाकू और सिगरेट की लत के कारण होती हैं। उन्होंने लोगों और अन्य संगठनों से नशामुक्ति कार्यक्रम का हिस्सा बनने और अपने परिवारों को बचाने का आग्रह किया। मंत्री ने कहा कि जिले को नशामुक्त बनाने के लिए सभी स्कूलों में नशामुक्ति अभियान चलाया जाए और सुबह की नमाज के दौरान ही बच्चों को इस संबंध में जागरुक किया जाए।