भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में राजनीतिक संकट के कारण कोहराम मचा हुआ है। जनता के गुस्से के आगे प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में लोग तत्कालीन सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान हिंसा में कई लोगों की जान गई है। वहीं, भारत के पड़ोसी देश में छिड़े संघर्ष और उसके बाद पीएम राजपक्षे के इस्तीफे को लेकर बैंकर उदय कोटक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, ‘जलता हुई लंका सबको बताता है कि क्या नहीं करना चाहिए।’
उदय कोटक ने ट्वीट करते हुए कहा, “रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध हो रहा है और यह मुश्किल ही होता जा रहा है। देश की असल परीक्षा अब है। न्यायपालिका, नियामक, पुलिस, सरकार, संसद जैसी संस्थाएं की ताकत मायने रखेगी। वो करना जो सही है, लोकलुभावन नहीं, महत्वपूर्ण है। जलता हुई लंका सबको बताता है कि क्या नहीं करना चाहिए।”
हालांकि, इस बात का कोई स्पष्ट संकेत नहीं था कि यह मोदी सरकार के लिए सलाह के तौर पर था। भारत ने सीधे तौर पर महिंद्रा राजपक्षे को लेकर कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि, राजपक्षे परिवार को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही खबरों पर कि, वे भारत आ गए हैं, श्रीलंका स्थित भारतीय उच्चायोग ने इसे फर्जी और अफवाह करार दिया है।
मोदी सरकार पिछले कुछ समय से कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना कर रही है। भारत में महंगाई दर 7.5 के स्तर को पार कर सकती है, जो 18 महीनों में सबसे अधिक है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। पेट्रोल-डीजल के साथ सीएनजी और घरेलू एलपीजी सिलेंडर की बढ़ती कीमतों ने भी आम जनता की जेब ढीली किया है।
इसके पहले भी उदय कोटक ने महंगाई को लेकर एक ट्वीट किया था। उदय कोटक ने कहा था, “महंगाई की दुश्वारी मजबूती से आई है, भविष्य यहां है, भविष्य अब है।” भारतीय रुपए की कीमत अमेरिकी डॉलर की तुलना में लगातार गिर रही है और सोमवार को यह डॉलर के मुकाबले 77.53 रु के स्तर तक पहुंच गया था। हालांकि, इसमें मंगलवार को सुधार देखा गया लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल जून के महीने के आखिर तक रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले खिसककर 79 रु तक पहुंच सकता है।