Howrah Train Accident: पश्चिम बंगाल में 26 जनवरी के दिन एक बड़ा ट्रेन हादसा होने की खबर है। हावड़ा जिले में पद्मपुकुर रेलवे यार्ड के पास रविवार दोपहर खाली ट्रेनें आपस में टकराने से तिरुपति-शालीमार एक्सप्रेस के दो डिब्बे और पार्सल ट्रेन का एक डिब्बा पटरी से उतर गया। हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है।

दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारी ने हादसे पर जानकारी देते हुए बताया कि ट्रेन के खाली डिब्बे पद्मपुकुर से शालीमार यार्ड की ओर जा रहे थे, तभी पार्सल वैन ने डिब्बों को टक्कर मार दी, जिससे डिब्बे पटरी से उतर गए। इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर गए हैं। ट्रैक खराब होने की वजह से कई ट्रेनों के रूट में बदलाव करना पड़ा है और टाइमिंग में भी बदलाव किया गया है।

डिब्बों को हटाने का काम शुरू

रेलवे के अधिकारी ने कहा कि पटरी से उतरे डिब्बों को हटाने का काम शुरू हो चुका है। यह कैसे हुआ हादसा? रेलवे ने हादसे की जांच शुरू कर दी है ताकि पता लगाया जा सके कि यह सिग्नल सिस्टम में खराबी थी या ड्राइवर की गलती थी। ट्रेनों के परिचालन तेज करने की कोशिश की जा रही है।

हादसों की पटरी पर दौड़ती भारतीय रेल

महाराष्ट्र के जलगांव में हुआ था हादसा

वहीं जनवरी के महीने में लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के बाद कम से कम 13 यात्रियों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। महाराष्ट्र के जलगांव में ट्रेन में आग लगने की अफवाह फैलने के बाद लोग ट्रेन से नीचे कूद गए और बगल की पटरी से तेज स्पीड से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने बताया था कि चाय वाले ने ट्रेन में अफवाह फैलाई थी। मरने वाले लोगों में चार नौ पुरुष और चार महिलाएं हैं। रेलवे बोर्ड ने मृतकों के परिजनों को डेढ़ लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को 50 हजार रुपये और सामान्य रूप से घायल हुए लोगों को पांच हजार रुपये देने की घोषणा की है। पुष्पक एक्सप्रेस में कैसे फैली आग की अफवाह? पढ़ें पूरी खबर…