देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति एनक्लेव से निजी आवास में शिफ्ट हो चुके हैं। बड़ी बात यह है कि इस मौके पर 24 से ज़्यादा वकीलों ने उन्हें विदाई दी, कई अधिवक्ता तो जगदीप धनखड़ के साथ उनके दक्षिण दिल्ली स्थित फर्महाउस तक गए थे।

बताया जा रहा है कि ज्यादातर वकील अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद से जुड़े हुए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि जगदीप धनखड़ इस निजी बंगले में तब तक रहेंगे जब तक सरकार से उन्हें दूसरा आवास नहीं मिल जाता। इस समय धनखड़ इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला के स्वामित्व वाले एक प्राइवेट फार्महाउस में रहने वाले हैं।

जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को मानसून सत्र के पहले दिन अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उस समय उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था, लेकिन विपक्षी पार्टियों ने इसे ना सिर्फ राजनीति से जोड़ा बल्कि मोदी सरकार की एक कथित साजिश तक बता दिया।

अभी के लिए देश में फिर उपराष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं। एनडीए ने सी पी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है, वही इंडिया गठबंधन ने आम सहमति के बाद बी सुदर्शन रेड्डी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति के चुनाव होने जा रहे हैं, इसी दिन देश को अपना नया उपराष्ट्रपति भी मिल जाएगा। दोनों ही तरफ से कोशिश हो रही है कि ज्यादा से ज्यादा सांसदों का समर्थन हासिल हो।

कैसे होता है उपराष्ट्रपति का चुनाव?

उपराष्ट्रपति के कार्यालय की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, उपराष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल (Electoral College) द्वारा किया जाता है। यह चुनाव Single Transferable Vote) वोट के जरिये Proportional Representation के माध्यम से होता है।

उपराष्ट्रपति बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

1- वह भारत का नागरिक होना चाहिए।

2- उसकी आयु कम से कम 35 वर्ष होनी चाहिए।

3- वह राज्यसभा का सदस्य चुने जाने के योग्य होना चाहिए।

अगर कोई व्यक्ति केंद्र या राज्य सरकार या किसी स्थानीय प्राधिकरण में लाभ के किसी पद (Office of Profit) पर हो तो वह उपराष्ट्रपति पद पर नहीं चुना जा सकता।

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