हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक बलात्कार और उसे जला कर मार डालने की घटना की राज्यसभा में कड़े शब्दों में निंदा करते हुए ज्यादातर सदस्यों ने ऐसे मामलों में शीघ्र सुनवाई कर दोषियों को मौत की सजा देने तथा सामाजिक बदलाव के लिए अपेक्षित कदम उठाए जाने की सोमवार को मांग की। उच्च सदन में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे पर हुई चर्चा में विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों ने हिस्सा लिया और देश के अलग अलग हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई।

इस दौरान समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन ने वहां के सुरक्षा प्रभारी को जवाबदेह ठहराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने ऐसा किया, उनकी सार्वजनिक तौर पर लिंचिंग करनी चाहिए। जिन पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरती है, उनका नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए और उनको शर्मिंदा करना चाहिए। जया के इस बयान पर चारों तरफ से रिएक्शन आने शुरू हो गए हैं। कई लोगों ने सपा नेता के इस बयान पर आपत्ति भी जताई है। लेकिन इसी बीच TMC सांसद मिमी चक्रवर्ती ने जया का समर्थन किया है।

मिमी ने जया के बयान का समर्थन करते हुए कहा ‘मैं उनकी सलाह से सहमत हूं। मुझे नहीं लगता कि हमें बलात्कारियों को अदालतों में ले जाने और फिर न्याय का इंतजार करने की आवश्यकता है। उन्हें लिंच कर देना चाहिए।’ टीएमसी संसाद ने आगे कहा कि मेरा सभी संबंधित मंत्रियों से अनुरोध है कि वे इतना कठोर कानून बनाएं कि कोई व्यक्ति बलात्कार करने से पहले 100 बार सोचें। इतना ही नहीं, वह किसी महिला को गलत इरादे से देखने की भी हिम्मत ना करे।

बता दें इस मुद्दे पर अपनी बात रख रहीं सपा की जया बच्चन ने संसद में कहा ‘‘हैदराबाद में एक दिन पहले भी उसी जगह इसी तरह की घटना हुई थी। वहां के सुरक्षा प्रभारी को क्यों जवाबदेह नहीं बनाया जाना चाहिए? उनसे सवाल क्यों नहीं किए जाने चाहिए? उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का समुचित तरीके से निर्वाह क्यों नहीं किया?’’

उन्होंने कहा ‘‘यह पहला अवसर नहीं है जब मैं ऐसे किसी मुद्दे पर बोलने के लिए खड़ी हुई हूं। निर्भया कांड, कठुआ कांड…. यह थम ही नहीं रहा।’’ जया ने कहा ‘‘बलात्कार के दोषियों के साथ किसी तरह की नरमी नहीं की जानी चाहिए, उन्हें सख्त सजा दी जानी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई सार्वजनिक तौर पर होनी चाहिए।’’
(भाषा इनपुट के साथ)