Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति मंदिर में लड्डुओं के घी को लेकर हुआ विवाद राष्ट्रीय विमर्श का विषय बन गया। आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान जिस कंपनी से मंदिर के प्रसाद के लड्डू बनाने के लिए घी की सप्लाई की जाती थी, उस घी में एनिमल फैट मिला हुआ था। इस मामले में विवाद के बाद सरकार ने घी सप्लाई के लिए नई कंपनी को ठेका दिया है और अब कर्नाटक की नंदिनी ब्रांड का घी तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने के लिए किया जाएगा।
नई कंपनी से घी की सप्लाई के बाद तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने तिरुमाला के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में लड्डुओं को पूरी शुद्धता के साथ बनाने का संकल्प लिया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब लड्डुओं में पशु चर्बी पाए जाने के आरोप से राज्य में बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।
क्वालिटी के साथ नहीं होगा कोई समझौता
टीटीडी की कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने शनिवार को मीडिया को बताया कि लड्डुओं की बेस्ट क्वालिटी करे लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। हालांकि टीटीडी ने शनिवार को भगवान को अर्पित किए जाने वाले अन्य प्रसादों की तैयारी में गाय के घी और दूध आधारित उत्पादों के उपयोग पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी।
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तेजी से चल रहा लड्डू बनाने का काम
केएमएफ के प्रसिद्ध नंदिनी ब्रांड घी का स्टॉक मंदिर की रसोई में पहुंचाया जा रहा है, जिसे ‘पोटू’ के नाम से जाना जाता है। यह तब हो रहा है, जब शुक्रवार को 73,000 से ज़्यादा तीर्थयात्री मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। टीटीडी मंदिर के नौ दिवसीय ब्रह्मोत्सव से पहले घी का स्टॉक भी जमा कर रहा है। ब्रह्मोत्सव एक भव्य वार्षिक आयोजन है जो इस वर्ष 4 से 12 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा और इसमें लाखों तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है।
राज्य सरकार के मंत्री ने दी जानकारी
आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश नायडू से जब पूछा गया कि क्या धार्मिक आयोजन के दौरान घी की खरीद में कोई संकट होगा, तो उन्होंने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले घी की आपूर्ति के लिए एक नया विक्रेता केएमएफ स्थापित किया गया है। हमें कोई समस्या नहीं दिखती। ‘पोटु’ रसोई के प्रभारी मुनि रत्नम ने कहा कि धार्मिक आयोजन के दौरान मंदिर में प्रतिदिन 8-9 लाख लड्डुओं का भंडार रहता है।
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7-8 लाख भक्तों के आने की संभावना
टीटीडी को ब्रह्मोत्सव के दौरान 7-8 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि लड्डू तैयार करने के लिए घी सहित पर्याप्त मात्रा में सामान खरीदा जा रहा है। टीटीडी ने शनिवार को अस्थायी रूप से गाय के घी से बने उत्पादों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है, जिनका इस्तेमाल श्रीवारी प्रसादम के नाम से जाने जाने वाले अन्य प्रसाद बनाने में किया जाता है। सूत्रों ने बताया कि शिकायतों के बाद टीटीडी पैनल ने मुफ्त भोजन या अन्न प्रसादम की तैयारी में इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल की क्वालिटी में कमी देखने को मिली थी।
TTD ने दी भक्तों को दी जानकारी
इसके चलते सभी की सप्लाई अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई है और ताजा स्टॉक की आपूर्ति के लिए नए विक्रेताओं की व्यवस्था की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि समिति के सदस्य भक्तों से दैनिक फीडबैक भी लेंगे। इस बीच आगामी वार्षिक ब्रह्मोत्सव के दौरान भारी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना को देखते हुए टीटीडी ने तीर्थयात्रियों के लिए यातायात संबंधी सलाह जारी की है। 7-9 अक्टूबर तक घाट की सड़कों पर मंदिर आने-जाने के लिए दोपहिया वाहनों की अनुमति नहीं होगी।