तिरुपति मंदिर के प्रसाद के लड्डुओं में मिलावट के मामले में सीबीआई के नेतृत्व में एसआईटी ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डुओं में कथित तौर पर मिलावट का आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशकों विपिन जैन और पोमिल जैन, वैष्णवी डेयरी के अपूर्व चावड़ा और एआर डेयरी के राजू राजशेखरन के रूप में हुई है। कुछ लोगों की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश से भी हुई है। इस सबके बीच एसआईटी द्वारा दाखिल रिमांड रिपोर्ट भी सामने आई है।
तिरुपति लड्डू मिलावट मामले में विशेष जांच दल द्वारा दाखिल रिमांड रिपोर्ट से पता चलता है कि जिस फर्म को टेंडर प्रक्रिया से अयोग्य घोषित कर दिया गया था और ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया था, उसने कथित तौर पर प्रॉक्सी के माध्यम से भगवान वेंकटेश्वर मंदिर को मिलावटी घी की आपूर्ति की थी।
प्रॉक्सी कंपनियों के माध्यम से घी की आपूर्ति कर रही थी भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी
स्थानीय अदालत में दायर रिपोर्ट में कहा गया है कि भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी प्राइवेट लिमिटेड कथित तौर पर अपने प्रॉक्सी वैष्णवी डेयरी और एआर डेयरी के माध्यम से घी की आपूर्ति कर रही थी जबकि 2022 में मंदिर के मामलों का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा इसे लिस्टेड किया गया था। टीटीडी प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम तैयार करने के लिए 15,000 किलोग्राम घी का उपयोग करता है। चार आरोपियों के खिलाफ रविवार को रिमांड रिपोर्ट दायर की गई।
रिमांड रिपोर्ट के अनुसार, भोले बाबा डेयरी 2019 में टीटीडी को 291 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से घी की आपूर्ति करती थी। यह 2022 तक घी की आपूर्ति करती रही जब टीटीडी ने डेयरी की सुविधाओं का निरीक्षण किया और निष्कर्ष निकाला कि इसकी प्रथाएं संतोषजनक नहीं थीं। जिसके बाद इसे टेंडर प्रक्रियाओं से अयोग्य घोषित कर दिया। हालांकि, टीटीडी ने कंपनी के दो प्रॉक्सी से घी खरीदना जारी रखा।
तिरुपति मंदिर के लड्डू में चर्बी मामले में CBI ने 4 लोगों को किया गिरफ्तार
एआर डेयरी ने टेंडर जीतने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए
रिमांड रिपोर्ट में कहा गया है कि वैष्णवी डेयरी ने 2020 में घी की आपूर्ति के लिए टेंडर जीता था जबकि एआर डेयरी ने मार्च 2024 में टेंडर जीतने के लिए कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज तैयार किए। रिमांड रिपोर्ट के अनुसार, भोले बाबा डेयरी ने कथित तौर पर टेंडर प्रक्रिया के दौरान अपने प्रतिनिधियों की मदद की, जिसमें बोली के लिए एलीबिलिटी हासिल करने के लिए दस्तावेजों में हेराफेरी करना भी शामिल था।
रिमांड रिपोर्ट में कहा गया है कि टेंडर के अनुसार, एआर डेयरी को घी का निर्माण और आपूर्ति करनी थी लेकिन उसने वैष्णवी डेयरी से घी खरीदा जो वास्तव में ब्लैक लिस्ट में डाले गए भोले बाबा डेयरी से इसे खरीद रही थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि एआर डेयरी को एगमार्क मानक घी की आपूर्ति करनी थी लेकिन उन्होंने इस संबंध में फर्जी दस्तावेज तैयार किए और कथित रूप से मिलावटी घी की आपूर्ति की।
भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में लड्डू के प्रसाद पर उठा था विवाद
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) सरकार ने पिछले साल दावा किया था कि भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में भक्तों को लड्डू के रूप में दिए जाने वाले प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाई गई थी। सीबीआई के दो अधिकारी, आंध्र प्रदेश सरकार के दो अधिकारी और भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण के एक अधिकारी सहित पांच सदस्यीय टीम मामले की जांच कर रही है।