माओवादियों को सबसे बड़ा झटका लगा है, मल्लोजुला वेणुगोपाल ने 60 कैडरों के साथ सरेंडर किया है। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में यह आत्मसमर्पण हुआ है, इसे सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। मल्लोजुला पर सुरक्षाबलों ने एक करोड़ का इनाम घोषित कर रखा था, लंबे समय से उसकी तलाश थी। लेकिन अब खुद ही मल्लोजुला ने आत्मसमर्पण कर माओवादियों को झटका दिया है।

मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ सोनू सेंट्रल मिलिट्री कमिशन का सदस्य था, उसे कम्युनिस्ट स्पेशलिस्ट के रूप में भी जाना जाता था, छत्तीसगढ़ के जंगलों के बाहर जितने भी संपर्क साधने होते थे, उसमें सोनू की सक्रिय भूमिका रहती। सोनू तेलंगाना के Peddapalli का रहने वाला है, उसने बी कॉम कर रखा है। आगे चलकर वो और उसके जैसे दूसरे लोग पीपल्स वॉर ग्रुप के साथ जुड़ गए और सभी की माओवादी सोच और ज्यादा प्रबल हुई।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक इंटेलिजेंस अधिकारी ने बताया कि सोनू के बाहर की दुनिया से काफी संपर्क था। वो माओवादी विचारधारा से प्रेरित लोगों के साथ लगातार कनेक्ट करता था। ऐसे में उसके सरेंडर का मतलब ही है कि माओवादी विचारधारा को करारी चोट पहुंची है। वैसे कुछ समय पहले सोनू की एक चिट्ठी भी सामने आई थी जिससे साफ था कि माओवादी संगठन आपस में ही एकमत नहीं हो पा रहा था। सोनू चाहता था कि सशस्त्र संघर्ष को खत्म किया जाए और अपनी पार्टी को बचाया जाए।

सोनू ने इससे पहले कहा था कि वह उन सभी लोगों से माफी मांगते हैं जिन्होंने लंबे वक्त तक माओवादी पार्टी की सेवा की।” सोनू ने कहा था कि लिए हम सब बदले हुए हालात के मुताबिक खुद को बदलें, जनता के बीच जाएं और अपने जनाधार को मजबूत करें।