देश में संक्रामक स्वाइन फ्लू रोग के कारण 40 और लोगों की जान जाने से इस वायरस जनित रोग से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 703 हो गई है। इस रोग ने नगालैंड और मिजोरम जैसे नए क्षेत्रों में भी अपने पांव पसार दिए हैं। ऐसे मामलों की संख्या गुरुवार को 11 हजार को पार कर गई। कैबिनेट सचिव अजीत सेठ ने गुरुवार को राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि रोग निगरानी प्रकोष्ठ और आवश्यक हेल्पलाइन 24 घंटे चलना तय किया जाए क्योंकि देश में स्वाइन फ्लू से प्रभावित लोगों की संख्या दस हजार को पार कर गई है।

सेठ ने देश में स्वाइन फ्लू के प्रसार की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने राज्य के दवा नियंत्रकों को आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, टीकाकरण और उपचार के लिए दिशा-निर्देश तय करने का निर्देश दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में यह जानकारी दी। देश में एच1एन1 वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 11071 हो गई है। इनमें जम्मू कश्मीर, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली व तेलंगाना में ऐसे मामलों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

अधिकारी भले ही इस बात का दावा कर रह हैं कि दवाओं की कोई कमी नहीं है और अस्पताल स्वाइन फ्लू मामलों से निपटने में सक्षम हैं, राज्यों में इस रोग के कारण जान गंवाने वाले लोगों की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। बैठक के बाद सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दिए हैं कि दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए और रोगियों को जरूरी इलाज मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए राज्यों को सभी तरह से सहयोग दिया जाएगा। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञ दलों ने तेलंगाना, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों का तकनीकी सहायता देने के लिए दौरा किया।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि ऐसी मौतों के बारे में अध्ययन करवाया जाए जिसमें इस पर गौर किया जाए कि किस आयु वर्ग, किन क्षेत्रों और किन परिस्थितियों में ऐसी मौतें हुर्इं। इस बीच, दिल्ली सरकार के अनुसार अभी तक 1789 स्वाइन फ्लू मामलों की जानकारी मिल चुकी है और छह लोगों की शहर में इस रोग के कारण जान गई है। राज्य सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसने राष्ट्रीय राजधानी में स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए टैमीफ्लू गोलियां बेचने के मकसद से 40 नये दवा स्टोरों को लाइसेंस प्रदान किये हैं। दिल्ली सरकार ने सभी निजी प्रयोगशालाओं को निर्देश दिया कि वे इस वायरल रोग के परीक्षण करने के लिए 4500 रुपए से अधिक का प्रभार न वसूल करें। सरकार का यह कदम विभिन्न रोगियों की इन शिकायतों के बाद उठाया गया कि शहर की निजी प्रयोगशालाओं में इन परीक्षणों के लिए मनमाना धन वसूल किया जा रहा है।

राजस्थान में स्वाइन फ्लू से सर्वाधिक 191 लोगों की जान गई है। इस कारण गुजरात में 167, तेलंगाना में 46 और पंजाब में 29 लोगों की जान गई है। मिजोरम में एक महिला में स्वाइन फ्लू का पता लगा है जो पूर्वोत्तर के इस राज्य में स्वाइन फ्लू का पहला मामला है। आइजल में एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि यह महिला कुछ समय के लिए नई दिल्ली गई थी और संदेह है कि राष्ट्रीय राजधानी में ही वह एच1एन1 से संक्रमित हुई।

नगालैंड में स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र को ओसेल्टामिवीर की एक हजार गोलियां और सिरप ओसेल्टामिवीर की 100 बोतलों का आर्डर दिया है। राज्य में बुधवार को इस रोग के पहले मामले की जानकारी सामने आई थी।

राजस्थान में पिछले एक दिन से स्वाइन फ्लू के कारण आठ और लोगों की जान गई है। इस साल एक जनवरी से कुल 3648 रोगियों में इसके वायरस की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र में इस वायरस के कारण 83 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य में वर्तमान में इसके 205 रोगियों में से 40 को विभिन्न अस्पतालों में जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है। कश्मीर में 13 और लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है जिसके कारण इस रोग से प्रभावित हुए लोगों की संख्या 84 हो गई है। घाटी में दो लोगों की जान स्वाइन फ्लू से जा चुकी है।