स्वाति मालीवाल मामले में अभी तक ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है, 13 में की रात को असल में हुआ क्या था, इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। लेकिन इस बीच सबसे बड़ा सवाल और सबसे ज्यादा सवाल आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पर उठाए जा रहे हैं। ये नहीं भूलना चाहिए कि जब ये विवाद शुरू हुआ था, सबसे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संजय सिंह ने ही इस बात की पुष्टि की थी कि स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट हुई है।
संजय सिंह ने पहले क्या बताया था?
संजय सिंह की तरफ से कहा गया था कि अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार ने बदसलूकी की और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। उस समय उन्होंने ये भी बताया था कि अरविंद केजरीवाल को मामले के बारे में सब कुछ बता दिया गया है। मीडिया के सामने तो संजय सिंह ने बयान दिया ही, इसके बाद उन्होंने स्वाति मालीवाल से मुलाकात भी की थी। उस मुलाकात के दौरान बताया जा रहा है उन्होंने आश्वासन दिया था कि इस मामले में तेज कार्रवाई होगी और पार्टी अपने स्तर पर भी कोई एक्शन लेगी।
लेकिन शुरुआत में जो संजय सिंह इस मामले में थोड़ा सक्रिय नजर आ रहे थे, अभी पूरी तरह चुप हो चुके हैं। आम आदमी पार्टी की तरफ से आतिशी और सौरव भारद्वाज की तरफ से सारी सियासी बैटिंग की जा रही है। मीडिया से बातचीत भी ये दोनों नेता ही कर रहे हैं, लेकिन संजय सिंह पूरी सियासी पिक्चर से नदारद चल रहे हैं।
स्वाति से मिल चुके संजय
यहां पर समझने वाली बात ये है कि अगर 13 मई की रात की सच्चाई अगर किसी को पता है तो उसमें स्वाति मालीवाल और बिभव कुमार के अलावा संजय सिंह भी शामिल है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि संजय सिंह इस समय इकलौते वो शख्स हैं जिन्होंने स्वाति मालीवाल के आरोपों की तस्दीक की थी। उनकी तरफ से ही मीडिया के सामने इस पूरे मामले की जानकारी दी गई। लेकिन अब किस कारण से संजय सिंह पूरी तरह चुप्पी साध चुके हैं, ये अभी तक साफ नहीं है।
कुछ दिन पहले स्वाति मालीवाल ने खुद एक इंटरव्यू में 13 मई की घटना को लेकर विस्तार से बताया था। उन्होंने कहा था कि बिभव कुमार ने बिना किसी कारण के उन्हें 7-8 थप्पड़ मारे, लात-घूंसों का इस्तेमाल किया और उनके साथ धक्का-मुक्की तक की गई। दावा तो यहां तक हुआ कि जिस समय स्वाति ने पुलिस को कॉल किया, सामने खड़े बिभव कुमार मुस्कुरा रहे थे और लगातार चेतावनी और धमकी देने का काम कर रहे थे।
मामले को लेकर होती राजनीति
अभी के लिए इस मामले में बिभव कुमार पुलिस की गिरफ्त में है, कुछ दिन पहले कहा गया था कि अरविंद केजरीवाल के माता-पिता से भी इस मामले में पूछताछ होगी, लेकिन सीएम के मुताबिक अभी तक कोई भी सवाल जवाब नहीं हुए। अरविंद केजरीवाल की तरफ से तो यहां तक कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सारी हदें पार कर दी गई है और अब उनके माता-पिता को परेशान किया जा रहा है। दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी द्वारा एक आरोपी को बचाया जा रहा है और महिला सम्मान को लेकर कोई भी कठोर कदम नहीं उठाया गया।