विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार (23 अगस्त) को ट्वीट करके सऊदी अरब में अपनी नौकरी गंवा चुके भारतीय कामगारों से 25 सितंबर तक लौटने की अपील की है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि जो लोग 25 सितंबर तक वापस नहीं आएंगे उन्हें बाद में अपनी आने के लिए खुद बंदोबस्त करना होगा। सुषमा ने कहा कि जनरल वीके सिंह ने सउदी अरब में कंपनियों के बंद होने से बेरोजगार हुए भारतीय कामगारों की समस्याएं सुलझाने के लिए वहां की दो बार यात्रा की है। सुषमा ने कहा, ‘ऐसे सभी भारतीय कामगारों को मेरी सलाह है कि उन्हें अपना दावा दाखिल करना चाहिए और 25 सितंबर 2016 तक वापस आ जाना चाहिए। हम उन्हें निशुल्क वापस लायेंगे। जो लोग 25 सितंबर तक नहीं लौटेंगे उन्हें वहां ठहरने और वापसी की यात्रा के लिए खुद बंदोबस्त करना होगा।’

मंत्री ने भारतीय कामगारों से दूसरी बार यह अपील की है। इससे पहले रविवार को सुषमा ने कहा था कि फिलहाल बंद हो चुकी कंपनियों से सऊदी सरकार का मामला सुलझ जाने के बाद कामगारों के बकाये का भुगतान भी हो जाएगा। दावों के निपटारे में वक्त लगेगा और इसलिए सऊदी अरब में अनिश्चितकाल तक इंतजार करने का कोई कारण नहीं है। इस महीने की शुरुआत में विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह सऊदी अरब गए थे। दरअसल, सऊदी अधिकारियों के साथ अपनी मुश्किलों का हल करने के लिए काफी तादाद में भारतीय कामगारों ने भारत सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की थी।

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गौरतलब है कि तेल की कम कीमतों और सरकारी खर्च में कमी के चलते सऊदी अर्थव्यवस्था में मंदी आने से हजारों की संख्या में भारतीय कामगारों की वहां नौकरी चली गई है। भारत सरकार ने सऊदी अधिकारियों से बेरोजगार हुए भारतीय कामगारों को बगैर नॉन ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) के निकास वीजा देने का अनुरोध किया था। साथ ही, संबद्ध कंपनियों से खातों के निपटारे के बाद उससे कामगारों का बकाया अदा करने का भी अनुरोध किया था जिन्हें महीनों से अदायगी नहीं गई है।