क्रिसमस के दिन 25 दिसंबर को जवाहर नवोदय विद्यालयों एवं सीबीएसई संबद्ध स्कूलों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के अवसर पर ‘‘सुशासन दिवस’’ मनाए जाने संबंधी मुद्दा सोमवार को संसद के दोनों सदनों में उठा। बचाव की मुद्रा में आई सरकार ने स्पष्ट किया कि क्रिसमस के दिन किसी स्कूल को खुला रखने का निर्देश नहीं दिया गया है और निबंध प्रतियोगिता ‘स्वैच्छिक’ है।
संसद के दोनों सदनों में इस विषय पर जारी सर्कुलर पर कड़ा विरोध व्यक्त करते हुए कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, बीजद, तृणमूल कांग्रेस और वामदलों ने इसे वापस लेने की मांग की।
विभिन्न दलों के सदस्यों द्वारा इस विषय को उठाये जाने पर लोकसभा में स्थिति स्पष्ट करते हुए संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इस मामले में एक समाचारपत्र में प्रकाशित रिपोर्ट में इस प्रकार से तथ्यों को पेश किया गया है जिससे लगता है कि क्रिसमस के दिन स्कूलों को खुला रखने को कहा गया हो लेकिन ऐसा नहीं है। सभी स्कूल 25 दिसंबर को क्रिसमस पर छुट्टियों के कार्यक्रम का अनुपालन करेंगे।
संसद भवन परिसर में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज उन खबरों को ‘आधारहीन और त्रुटिपूर्ण’ बताया जिसमें कहा गया है कि 25 दिसंबर को ‘सुशासन दिवस’ मनाने के लिए स्कूल खुले रहेंगे।
स्मृति ने कहा, ‘‘ यह दुर्भाज्ञपूर्ण है कि जानबूझकर गलत रिपोर्ट पेश की गई। सुर्खियां बटोरने के लिए विवाद खड़ा किया गया है। 25 दिसंबर को क्रिसमस है और इसे इसके अनुरूप मनाया जायेगा और स्कूल बंद रहेंगे।’’
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालय समेत स्कूलों में निबंध प्रतियोगिता आयोजित करने की जो बात कही गई है वह ‘स्वैच्छिक’ और ऑनलाइन है। मंत्री ने अलग से ट्वीट कर कहा, ‘‘ क्रिसमस पर सभी स्कूल बंद रहेंगे और निबंध प्रतियोगिता केवल ऑनलाइन माध्यम से होगी।’’
पिछले सप्ताह नवोदय विद्यालय समिति ने एक सर्कुलर जारी किया था जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाने की बात कही गई थी और सभी नवोदय विद्यालयों को इस दिन इसे मनाना सुनिश्चित करने को कहा गया था।
25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन ही अटल बिहारी वाजपेयी और पंडित मदन मोहन मालवीय के जन्मदिन भी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी आज स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि सीबीएसई ने किसी स्कूल को खुला रखने का निर्देश नहीं दिया है और निबंध प्रतियोगित ‘स्वैच्छिक’ प्रकृति की है।
मंत्रालय के स्पष्टीकरण में कहा गया है कि सीबीएसई की ओर से आनलाइन निबंध प्रतियोगिता 24 और 25 दिसंबर को आयोजित करने का प्रस्तावित निर्देश है जो ‘स्वैच्छिक’ प्रकृति का है। सीबीएसई ने किसी भी स्कूल को या वेबसाइट के माध्यम से ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया कि स्कूल खुले रहेंगे।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि आनलाइन निबंध प्रतियोगिता के लिए बोर्ड के किसी अधिकारी को कार्यालय आने की जरूरत भी नहीं है। कोई भी छात्र जो इसमें भाग लेने की इच्छा रखते हैं वे स्कूल आए बिना आनलाइन माध्यम से घर या किसी अन्य स्थान से इसमें हिस्सा ले सकते हैं।