अज़ान में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर अपने ट्वीट पर बॉलीवुड गायक सोनू निगम ने बुधवार (19 अप्रैल) को सफाई दी। सोनू निगम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे मुस्लिम विरोधी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ‘मैंने सिर्फ लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाया था, धर्म के नाम पर शोर मचाना गुंडागर्दी है।’ सोनू निगम ने कहा, ”मेरे पास भी अपनी राय रखने का अधिकार है। मेरी राय ये है कि चाहे वो मस्जिद हो, मंदिर हो या गुरुद्वारा हो, वहां पर लाउडस्पीकर कोई धार्मिक जरूरत नहीं है क्योंकि लाउडस्पीकर का आविष्कार एडिसन की बिजली के बाद हुआ है। ये कोई धर्म का हिस्सा नहीं है जो सदियों से चला आ रहा है। मेरे हिसाब से जब किसी मंदिर या मस्जिद के ऊपर लाउडस्पीकर लगाया जाता है तो यह एक बयान बोला जा रहा होता है कि देखो मै तुम सबको बता रहा हूं कि यहां मेरे धर्म का चलता है। मेरे हिसाब से ये गुंडागर्दी है।” सोनू ने कहा कि वे किसी खास समूह या धर्म को टारगेट नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘जो रस्ते में त्योहार होते हैं, उसमें जो लोग दादागिरी करके नाचते हैं, पुलिस को तकलीफ हो जाती है। क्या कर रहे हैं वो, धर्म के नाम पर चरस पीके नाच रहे होते हैं, क्या ये दादागिरी नहीं है?’
सोनू ने कहा कि ”मैं ना राइट विंग हूं, न लेफ्ट विंग हूं। मैं बीच में स्टैंड करता हूं। मुझे जैसे लोगों की तादाद बेहद कम हैं। मैं माइनॉरिटी हूं। मैंने जिंदगी में ऐसे कभी बड़ी-बड़ी बातें नहीं की हैं। मेरे कहने में किसी का निरादर नहीं है, मैं धर्म के मामले पर बात नहीं कर रहा हूं।” उन्होंने कहा, ”मेरी बात का बतंगड़ बनाया है। मेरे आस-पास सब लोग मुसलमान रहे हैं। रफी साहब मेरे पिता समान थे।”
सोनू ने विवादित ट्वीट्स के बाद किसी तरह की धमकी से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने लाउडस्पीकर को लेकर कभी भी पुलिस शिकायत नहीं की है। जब सोनू से मीका के बयान पर जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि ‘ऐसे महानुभावों की बातें करने से क्या फायदा।’
सोनू के खिलाफ एक मौलवी ने उनके बाल निकालकर जूते पहनाकर दुनिया में घुमाने की बात कही है। इस पर सोनू ने कहा, ”यही वो गुंडागर्दी है जिसका मैं जिक्र कर रहा था, मैंने आलिम को बुलाया है। ये बाल जो आप देख रहे हो, इस मैं काट दूंगा कुछ दिनों में।”
सोनू ने कहा, ”लोग ट्विटर पर लिखते रहते हैं कि स्टैंड फॉर द कंट्री, ये कर दो, वो कर दो। दम है न तो ऐसी बातों पर बोलकर दिखाओ।”