पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में से एक और जेल में बंद राजद के बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन के करीबी सहयोगी लड्डन मियां ने गुरुवार को सिवान के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) अरविंद कुमार सिंह ने लड्डन मियां को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

सीजेएम ने तीन दिन पहले आरोपी की संपत्ति को कुर्क करने को लेकर उसके घर पर नोटिस चिपकाने का आदेश दिया था। इसके बाद शहर के टाउन थाना क्षेत्र के रामनगर के निवासी मियां ने आत्मसमर्पण किया। नोटिस में लड्डन मियां को आत्मसमर्पण के लिए दो दिन की मोहलत दी गई थी और कहा गया था कि ऐसा नहीं करने पर उसकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी।

कुर्की का नोटिस जारी होने के बाद मियां की तीन बहनों ने यह कहते हुए अदालत का रुख किया कि जिस संपत्ति को लेकर नोटिस जारी किया गया है, उसमें उनका भी हिस्सा है। एक समाचार पत्र के जिला ब्यूरो प्रमुख राजदेव रंजन की 13 मई को स्टेशन रोड स्थित फल मंडी के पास अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उस समय पत्रकार दफ्तर बंद होने के बाद अपनी मोटरसाइकिल से जा रहे थे।
पत्रकार की हत्या की घटना के बाद राजद नेता और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को सिवान जेल से भागलपुर जेल भेज दिया गया। इस मामले में सिवान पुलिस ने 25 मई को जिले के विभिन्न स्थानों से पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

पुलिस ने आरोपियों में से एक रोहित कुमार के पास से 7.65 बोर का एक देशी पिस्तौल भी बरामद किया था, जिसका इस्तेमाल पत्रकार की हत्या में किया गया था। पुलिस के दावे के अनुसार रोहित ने रंजन पर गोली चलाने की बात स्वीकार कर ली है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पांचों आरोपियों से पूछताछ के दौरान यह बात निकलकर आई कि लड्डन मियां ने ही पत्रकार की हत्या का ठेका दिया था। मियां एक हिस्ट्री-शीटर है, जो 27 अप्रैल को जेल से बाहर आया था। पत्रकार की हत्या को लेकर हुई देशव्यापी आलोचना के बाद राज्य सरकार ने 16 मई को औपचारिक रूप से मामले की सीबीआइ जांच की अनुशंसा की थी।