दिवाली के मौके पर सिखों को संबोधित करने के लिए स्वर्ण मंदिर तक प्रस्तावित मार्च के पहले कट्टरपंथी सिख समूहों के कई नेताओं को बुधवार को यहां हिरासत में ले लिया गया। इसके एक दिन ही उन्होंने बेअंत सिंह हत्या मामले में दोषी जगतार सिंह हवारा को सिखों के सर्वोच्च पद अकाल तख्त का जत्थेदार ‘नियुक्त’ किया था।
मंगलवार को आयोजित ‘सरबत खालसा’ ने दो अन्य तख्तों केशगढ़ साहिब तख्त और दमदमा साहिब तख्त के जत्थेदारों को भी ‘हटा’ दिया था। पुलिस ने एहतियाती कदम के तौर पर शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान और यूनाइटेड अकाली दल के नेता भाई मोखम सिंह को हिरासत में ले लिया। दोनों ‘सरबत खालसा’ के मुख्य आयोजकों में थे।
उन्होंने घोषणा की थी कि नवनियुक्ति जत्थेदार अकाल तख्त से समुदाय को संबोधित करेंगे। इस घोषणा के बाद अमृतसर में, खासकर स्वर्ण मंदिर परिसर में तथा आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। अमृतसर के पुलिस आयुक्त जे एस औलख ने बताया कि मान और भाई मोखम सिंह को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने दमदमी टकसाल के अमरीक सिंह अजनाला और यूनाइटेड अकाली दल के बलजीत सिंह दादूवाल को भी एहतियान हिरासत में लिया है। उन्हें क्रमश: तख्त केशरगढ़ साहिब और तख्त दमदमा साहिब का मुख्य ग्रंथी ‘नियुक्त’ किया गया था। औलख ने कहा कि ‘अमृतसर में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।’